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कृषि बिल के समर्थन में चंडीगढ़ भाजपा 28 सितंबर को निकालेगी ट्रैक्टर रैली

शनिवार को किसान मोर्चा की बैठक प्रधान दीदार सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर का किसानों के हित के लिए पारित किए तीन कृषि अध्यादेशों के लिए धन्यवाद किया।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 01:04 PM (IST)Updated: Sun, 27 Sep 2020 01:04 PM (IST)
कृषि बिल के समर्थन में चंडीगढ़ भाजपा 28 सितंबर को निकालेगी ट्रैक्टर रैली
प्रदेशाध्यक्ष अरुण सूद को जवार, बाजरा, मक्का, धान के गुच्छ व शाल देते किसान मोर्चा सदस्य।

चंडीगढ़, जेएनएन। भाजपा 28 सितंबर को शहर में पास हुए कृषि बिल के समर्थन में एक बड़ी ट्रैक्ट्रर रैली करने जा रही है। भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने इस रैली की घोषणा करते हुए तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा अध्यक्ष ने हाईकमान से मांग की है कि इस रैली के लिए भाजपा किसान मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भाग लेने के लिए भेजा जाए। वहीं शनिवार को किसान मोर्चा की बैठक प्रधान दीदार सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर का किसानों के हित के लिए पारित किए तीन कृषि अध्यादेशों के लिए धन्यवाद किया। इस उपलक्ष्य में किसान मोर्चा सदस्यों ने जवार, बाजरा, मक्का, धान के गुच्छ और शाल प्रदेशाध्यक्ष अरुण सूद को देते हुए प्रधानमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री का धन्यवाद किया गया।

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दीदार सिंह ने कहा कि जो भाजपा सरकार ने किसानों के हितों के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई है और और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संसद में 70 साल बाद देश के अन्नदाताओं को बिचौलियों के चुंगल से मुक्ति दिलाने वाले बिल पास करवाए हैं। प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने कहा कि यह अध्यादेश किसानों को अपनी अंतरराजीय स्तर उपज निर्बन्धन रूप से बेचने के लिए अवसर प्रदान करेगा। किसानों को अपनी फसल को बेचने के लिए ज्यादा ग्राहक मिलेंगे, जिससे किसानों को अपनी फसल का ज्यादा मूल्य मिल सकेगा।

किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष बलविंदर शर्मा ने तीनो अध्यादेशों के बारे में कहा कि किसान हित के बिलों में यह प्रावधान हैं कि कोई भी व्यापारी या कंपनी किसान के साथ एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के नीचे कॉन्ट्रैक्ट नहीं कर पाएंगे और मार्किट कमेटीयां जैसे हैं वैसे ही रहेंगी। कोई भी व्यापारी या कंपनी किसानो जमीन की इस बिल के तहत खरीद फरोक्त नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि किसान खरीदार से सीधे जुड़ सकेंगे जिससे बिचौलिया को मिलने वाले लाभ के बजाय किसानों को उनके उत्पाद की पूरी कीमत मिल सके। किसी भी विवाद की स्थिति में उनका निपटारा 30 दिवस से स्थानीय स्तर पर करने की व्यवस्था की गई। यह विधेयक किसान को तीन दिन में भुगतान की गारंटी देता है।

किसान मोर्चा के कार्यक्रम में अवतार सिंह, धरमिंदर सिंह, रुपिंदर सिंह राणा, सतिंदर सिंह, सरबजीत सिंह दलबीर सिंह, बलविंदर सिंह राजांवाल, मनदीप सिंह पलसोरा, बलजीत सिद्धू, दलबीर सिंह सोमा, बलबीर सिंह दरिया, धरमिंदर सिंह कहजेरी, संदीप सिंह, गोपाल, अनिल कुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे।


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