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चंडीगढ़ भाजपा नेता लोगों को पढ़ा रहे कोरोना नियमों का पाठ, खुद उड़ा रहे धज्जियां, रैली में बिना मास्क पहुंचे कार्यकर्ता

चंडीगढ़ में भाजपा के स्थापना दिवस पर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता लोगों को कोरोना नियमों का पाठ पढ़ा रहे हैं और लोगों को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए भी जागरूक कर रहे हैं। लेकिन पार्टी के नेता और कार्यकर्ता खुद ही कोरोना से बचाव नियमों को भूल चुके हैं।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 10:32 AM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 10:32 AM (IST)
चंडीगढ़ भाजपा नेता लोगों को पढ़ा रहे कोरोना नियमों का पाठ, खुद उड़ा रहे धज्जियां, रैली में बिना मास्क पहुंचे कार्यकर्ता
मौलीजागरां से सेक्टर-33 भाजपा कार्यालय तक मोटरसाइकिल निकालते पार्टी नेता और कार्यकर्ता बिना मास्क और शारीरिक दूरी को भूल गए।

चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ भाजपा के स्थापना दिवस के मौके पर लोगों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने और नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया गया। लेकिन भाजपा के नेता खुद भी नियम तोड़ने में आगे रहे।

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मौलीजागरां से सेक्टर-33 भाजपा कार्यालय तक मोटरसाइकिल रैली निकाली गई। इस रैली में न तो कार्यकर्ताओं ने शारीरिक दूरी रखी और न ही किसी ने मास्क पहना हुआ था। मोटरसाइकिल रैली निकालने की मंजूरी भी प्रशासन से नहीं ली गई। रैली में शामिल युवाओं ने मोटरसाइकिल चलाते हुए हेलमेट भी नहीं पहने हुए थे। जिस पर सड़क पर मुस्तैदी का दावा करने वाली ट्रैफिक पुलिस की नजर नहीं पड़ी। जबकि इस रैली का नेतृत्व खुद भाजपा पार्षद अनिल दूबे कर रहे थे।

दूबे ने रैली की तस्वीर खुद अपने फेसबुक पर भी शेयर की। वहीं दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने खुद स्थापना दिवस के मौके पर साइकिल रैली निकाली। इसमें नियमों का पालन किया गया ऐसे में कई लोग गपशप करते हुए कह रहे है कि अध्यक्ष से सीखों। कार्यकर्ताओं को जब साइकिल नहीं मिली तो उन्होंने स्मार्ट सिटी के साइकिल शेयङ्क्षरग प्रोजेक्ट से साइकिलें किराये पर लेकर रैली में भाग लिया।

जाते-जाते कर दीजिए काम

नगर निगम कमिश्नर केके यादव का अगले माह 22 मई को कार्यकाल पूरा हो रहा है। हालांकि उन्हें प्रशासन के आला अधिकारी एक्सटेंशन देना चाहते हैं, लेकिन यादव ने इसके लिए साफ इन्कार कर दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि चाहे पंजाब से कोई नया अधिकारी उस समय तक आए या नहीं वह अपने कार्यकाल से एक घंटा भी ज्यादा यहां पर नहीं रहेंगे। कार्यकाल खत्म होने के कारण कई कर्मचारी उनके पास अपने काम के लिए पहुंच रहे हैं। कई कर्मचारी अपने प्रमोशन का मामला लेकर पहुंच रहे हैं।

कमिश्नर को कह रहे है कि सर जाते जाते उन पर कृपा कर दी जाए। कमिश्नर को अपना काम करवाने के लिए खूब मक्खन भी लगा रहे हैं, लेकिन कमिश्नर केके यादव को इसका कोई असर नहीं पड़ता है उन्होंने साफ कह दिया है कि जो काम नियम के अनुसार होने वाला होगा वहीं होगा। कई पार्षद भी उन्हें उनके कार्यकाल समाप्त होने से पहले वार्ड का कोई विशेष काम करवाने की बात कह रहे हैं। वहीं भाजपा के चंद पार्षद ऐसे भी है जो कमिश्नर के जाने का बेसब्री से इंतजार भी कर रहे हैं, क्योंकि पिछले तीन साल में उनका कमिश्नर के साथ कई बार विवाद भी हो चुका है।

कांग्रेस की रफ्तार पड़ी धीमी

कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण पार्टी की रफ्तार धीमी पड़ गई है।इस समय पार्टी की ओर से की जा रही राजनीतिक गतिविधि पर रोक लग गई है। इसी बीच पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के नया सगठन बनाने से पार्टी नेताओं में हड़कंप मच गया है। इससे कई कार्यकर्ता और नेता भी बंटते नजर आ रहे हैं। छाबड़ा का अगला कदम क्या होगा, इसे हर कोई पता करना चाहता है। हालांकि छाबड़ा का कहना है कि वह कांग्रेस में ही है और उन्होंने गैर राजनीतिक संगठन बनाया है। चंद नेताओं ने तो छाबड़ा की ओर से बनाए गए नए संगठन चंडीगढ़ विकासशील मोर्चा के पोस्टर भी खुलकर शेयर किए। ऐसे में उन नेताओं पर भी पार्टी की नजर है। पार्टी प्रवक्ताओं की ओर से भाजपा के खिलाफ सिर्फ बयानबाजी जारी करने की ही राजनीति चल रही है। ऐसे में अब पार्टी के सीनियर नेता चावला के ठीक होकर वापस आने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि सभी मुद्दों पर मंथन करके फिर से भाजपा के खिलाफ अभियान शुरू किया जाए और छाबड़ा के मोर्चे की रणनीति समझी जाए।

युवाओं ने युवा का लिया आशीर्वाद

पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल के बेटे मनीष बंसल की शहर में राजनीतिक सक्रियता बढ़ गई है। इसका कारण यह भी है कि पवन बंसल के बाद अब कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष की भी जिम्मेवारी है। युवा कांग्रेस के नेताओं में मनीष बंसल का ज्यादा क्रेज है। इसलिए युवा कार्यकर्ता भी उनकी गाइडलाइन के तहत काम करते हैं। मनीष बंसल खुद भी युवा है। हाल ही में युवा कांग्रेस के चुनाव का परिणाम आया है। इसके बाद कुछ पदाधिकारी मनीष बंसल को मिलने के लिए पहुंचे। इसके बाद युवा कांग्रेस ने फोटो सहित प्रेस नोट जारी कर कहा कि युवा कांग्रेस के नवनियुक्त पदाधिकारियों ने मनीष बंसल का आर्शीवाद लिया। ऐसे में गपशप करते हुए पार्टी के कई नेता कह रहे है कि युवा पदाधिकारी खुद एक युवा नेता के पास आशीर्वाद लेने के लिए पहुंच रहे है। जबकि आशीर्वाद तो सीनियर नेताओं का लेना चाहिए। वहीं मनीष बंसल की सक्रियता से छाबड़ा गुट के चंद नेताओं को भी दिक्कत होने लग गई है। उन्होंने ने तो मनीष बंसल को कांग्रेस का युवराज भी कहना शुरू कर दिया है।


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