हॉकी से गेंद को दिखाई दिशा और बना दिया पद्मश्री बलबीर सिंह सीनियर का पोट्रेट Chandigarh News
चंडीगढ़ के आर्टिस्ट वरुण टंडन ने बलवीर सिंह सीनियर के 97वें जन्मदिवस पर हॉकी और बॉल की मदद से पोट्रेल तैयार कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। पोट्रेट सेक्टर-42 हॉकी स्टेडियम में प्रदर्शित किया गया। इसे तैयार करने में 10 दिन का समय लगा।
चंडीगढ़, [शंकर सिंह]। कागज पर बिना हाथ लगाए सिर्फ हॉकी और बॉल से पद्मश्री बलबीर सिंह सीनियर का पोट्रेट बनाने में 10 दिन का समय लगा, खास बात यह है कि पहली बार ऐसा कोई पोट्रेट बनाया गया, जिसमें हाथों में केवल स्टिक थी और स्टिक के द्वारा बॉल से पेपर शीट पर बलबीर सिंह सीनियर का पोट्रेट तैयार किया। आर्टिस्ट वरुण टंडन ने कुछ इसी अंदाज में बलवीर सिंह सीनियर के 97वें जन्मदिवस पर उनको श्रद्धांजलि दी। वरुण द्वारा बनाया गया यह 22 बाएं 15 फीट का पोट्रेट सेक्टर-42 हॉकी स्टेडियम में प्रदर्शित किया गया। इस दौरान सीनियर के नाती कबीर सिंह भी वहां मौजूद रहे।
दस दिनों में तैयार हुआ पोट्रेट
वरुण ने कहा कि पोट्रेट को बनाने में 10 दिन का समय लगा। जिसमें दिन-रात रात वह इस पोट्रेट को बनाते रहे। इस पोट्रेट को बनाने में 80 शीट्स का इस्तेमाल हुआ है। वरुण ने कहा कि इसमें सबसे बड़ी दिक्कत हॉकी से बॉल को सही दिशा दिखाने की थी। वरुण बोले कि उन्हें हॉकी खेलना पसंद है उनका यह सपना रहा कि किसी दिन बलबीर सिंह सीनियर का पोट्रेट कुछ इस अंदाज में तैयार करेंगे। कुछ वर्ष पहले वरुण ने बलबीर सिंह सीनियर को खुद उनके घर जाकर हॉकी के टुकड़ों से बनाया उनका पोट्रेट भी भेंट किया था। वरुण बोले कि बलबीर सिंह सीनियर एक महान खिलाड़ी होने के अलावा एक अच्छे इंसान भी थे। जो सबको समान रूप से प्यार करते थे। ऐसे में उन्होंने उनके इस जन्मदिवस पर इस पोट्रेट को बनाने की सोची। पोट्रेट बनाने के लिए उन्होंने इंक पाउडर का इस्तेमाल किया। जिसे पानी में भीगा कर उसमें बॉल को डालकर कागज पर हॉकी से बॉल को दिशा दिखाई। जिससे वह एक पोट्रेट का रूप लेने लगी। इसमें एक भी बार अगर बॉल गलत दिशा में जाती तो वह पूरी सीट खराब हो जाती है। ऐसे में इसे बनाने में काफी समय लगा वरुण ने कहा कि इसे मैंने कल देर रात ही पूरा किया है।
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