चंडीगढ़ के आर्टिस्ट वरुण टंडन ने सीमेंट से बनाया ली कार्बुजिए का पोट्रेट
ली कर्बुजिए के 133वें जन्मदिवस पर आर्टिस्ट वरुण टंडन उन्होंने श्रद्धांजलि देना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कार्बुजिए के पोट्रेट को दो दिन में तैयार किया और ली कार्बुजिए म्यूजियम-19 को भेंट कर दिया। पोर्ट्रेट को म्यूजियम द्वारा कार्बुजिए के ऑफिस में रखा जाएगा।
चंडीगढ़, [शंकर सिंह]। शहर के आर्किटेक्ट ली कर्बुजिए के 133वें जन्मदिवस पर, आर्टिस्ट वरुण टंडन ने सीमेंट का पोट्रेट तेयार किया। जिसे उन्होंने ली कार्बुजिए म्यूजियम-19 को भेंट किया। इसी म्यूजियम से कार्बुजिए शहर की विभिन्न बिल्डिंग के नक्शे और अन्य कार्य किए। वरुण ने इस पोट्रेट को शहर के टूरिज़्म डायरेक्टर राकेश कुमार पोपली और चंडीगढ़ ललित कला अकादमी के अध्यक्ष भीम मल्होत्रा की उपस्थिति में म्यूजियम को भेंट किया। इस पोट्रेट को म्यूजियम द्वारा कार्बुजिए के ऑफिस में रखा जाएगा।
तीन दिन में बना ये पोर्ट्रेट
वरुण कहा कि इस पोर्ट्रेट को बनाने में तीन दिन का समय लगा। वरुण बोले के इस पोट्रेट को बनाते हुए सबसे बड़ी दिक्कत सीमेंट के इस्तेमाल में थी। दरअसल कागज पर सीमेंट टिक नहीं पाता। क्योंकि यह कागज को फाड़ देता है। ऐसे में मैंने हैंड मेड पेपर का इस्तेमाल किया। जो आम कागजों के मुकाबले मोटा होता है। इसमें करीबन दो चम्मच सीमेंट के लगे।
इस तरह किया तैयार
वरुण ने पहले पेपर पर कार्बुजिए के पोट्रेट को पेंसिल से ड्रॉ किया इसके बाद उस पर गीले सीमेंट से लेयरिंग की इस को सुखाने के बाद इसे फ्रेम करना पड़ा ताकि ट्रैवलिंग के दौरान यह खराब ना हो जाए। पोपली ने कहा कि उन्होंने पहली बार सीमेंट से बनाई कोई कलाकृति देखी है। वरुण ने कहा कि उन्होंने सीमेंट का इस्तेमाल इसलिए किया क्योंकि वह एक आर्किटेक्ट को सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहते थे, क्योंकि आर्किटेक्ट सीमेंट से ही कमाल की बिल्डिंग का निर्माण करते हैं। ऐसे में यह इनका एक महत्वपूर्ण एलिमेंट होता है, जिसे मैंने अपनी कलाकृति में दिखाया।
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