Chandigarh AQI: पंचकूला की हवा चंडीगढ़ से ज्यादा साफ, PGI एक्सपर्ट ने बताई प्रदूषण की असल वजह
Chandigarh AQI पंचकूला की हवा चंडीगढ़ के मुकाबले ज्यादा साफ है। पूरे हरियाणा में एकमात्र जिला पंचकूला ही ऐसा है जहां वायु प्रदूषण (Air Pollution) सबसे कम है। पंचकूला में प्रदूषण स्तर इस समय न के बराबर है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Chandigarh AQI: पंचकूला की हवा चंडीगढ़ के मुकाबले ज्यादा साफ है। पूरे हरियाणा में एकमात्र जिला पंचकूला ही ऐसा है जहां वायु प्रदूषण (Air Pollution) सबसे कम है। पंचकूला में प्रदूषण स्तर इस समय न के बराबर है। पंचकूला में रविवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 89 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। अगर पूरे उत्तर भारत की बात करें तो मैदानी इलाकाें में पंचकूला और चंडीगढ़ की साफ हवा है। जहां प्रदूषण स्तर अन्य राज्यों व जिलों के मुकाबले कई गुना कम है।
उत्तर भारत में पराली जलाने के मामलों में भारी गिरावट आई है। बावजूद कई राज्यों व जिलों में प्रदूषण स्तर खतरे के निशान पर है। इसका मुख्य कारण बीते दिनों जो रिकॉर्ड तोड़ पराली जलाई गई। पराली जलाने की वजह से जो जहरीला धुआं निकला वो आसमान में जाकर एक चैंबर बन चुका है। पीजीआइ चंडीगढ़ के पर्यावरण विशेषज्ञ प्रोफेसर रविंदर खाईवाल ने बताया कि बीते 10 नवंबर को उत्तर भारत में इस सीजन में रिकॉर्ड तोड़ 6800 जगहों पर पराली जलाई गई थी। ये आंकड़ा अब दो हजार तक आकर सीमट गया है। अब बहुत ही कम जगहों पर पराली जलाई जा रही है। हालांकि पराली जलाने के मामलों को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। क्योंकि बीते दिनों दीपावली के आसपास जो रिकॉर्ड तोड़ पराली जली और अब भी जिन जगहों पर पराली जलाई जा रही है, उससे लगातार प्रदूषण स्तर बढ़ता जा रहा है।
चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स फिर गड़बड़ हुआ
चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) एक बार फिर गड़बड़ हो गया है। एक हफ्ता पहले शहर का एक्यूआइ 100 के नीचे दर्ज किया गया था। वो एक बार फिर 100 के पार चला गया है। गुरपर्ब के अगले दिन शहर का एक्यूआइ 166 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया था। वहीं रविवार को शहर का एक्यूआइ 138 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा।
उत्तर भारत में कब-कब रिकॉर्ड तोड़ पराली जली
तारीख कितनी जगहों पर पराली जली
04 नवंबर 2013 7,885
07 नवंबर 2016 8,491
10 नवंबर 2021 6,800