यात्रीगण कृपया ध्यान दें! सोमवार से शुरू होगा चंडीगढ़-अंबाला रेल यातायात, डेढ़ माह से था बाधित
लोगों की परेशानी के मद्देनजर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने शनिवार को 30 किसान जथेबंदियों से बात की और उन्हें रेल ट्रैक खाली करवाने पर गुजारिश की। मुख्यमंत्री के मौजूदगी में इन जत्थेबंदियों ने 23 नवंबर से 15 दिन के लिए रेल ट्रैक को खाली करने का आश्वासन दिया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। रेल यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। सोमवार से चंडीगढ़-अंबाला रूट बहाल हो जाएगा। गौर हो कि कृषि सुधार कानूनों के विरोध में 29 सितंबर से किसान लालडू रेलवे स्टेशन के नजदीक ट्रैक पर धरना दे रहे हैं। इसके चलते लगभग डेढ़ महीने से रेल यातायात बाधित है, जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। ये धरने प्रदर्शन पंजाब के अन्य हिस्सों में भी चल रहे थे। लोगों की परेशानी के मद्देनजर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने शनिवार को 30 किसान जथेबंदियों से बात की और उन्हें रेल ट्रैक खाली करवाने पर गुजारिश की। मुख्यमंत्री के मौजूदगी में इन जत्थेबंदियों ने 23 नवंबर से 15 दिन के लिए रेल ट्रैक को खाली करने का आश्वासन दिया है। अंबाला मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुमीर शर्मा ने बताया कि किसानों से मिले इस आश्वासन के बाद उम्मीद की जा सकती है कि सोमवार से रेल यातायात बहाल हो जाएगा।
किसान आंदोलन से पहले यह था ट्रेन शेड्यूल
कोरोना महामारी से पहले चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन और कालका रेलवे स्टेशन से रोजाना 50 से 60 ट्रेनों का संचालन होता था, लेकिन लाकडाउन के बाद से ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बंद था। ट्रेन संचालन शुरू हुआ तब भी चंडीगढ़ से कोई ट्रेन शुरू नहीं हुई है। रेलवे बोर्ड ने अमृतसर से चलने वाली अमृतसर-बांद्रा एक्सप्रेस और ऊना -नई दिल्ली जनशताब्दी स्पेशल ट्रेन के रूट में बदलाव करके इसे चंडीगढ़ से होकर चलाया गया। इसके साथ ही फेस्टिवल सीजन में चंडीगढ़-लखनऊ एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन, चंडीगढ़-गोरखपुर स्पेशल ट्रेन और चंडीगढ़-पाटलीपुत्र स्पेशल ट्रेन को शुरू करने का ऐलान किया था। किसान आंदोलन के चलते यह ट्रेनें भी रद रही।