चंडीगढ़-अंबाला रेल रूट लगातार 27वें दिन भी बाधित, लालडू में कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक पर डटे किसान
कृषि कानूनों के विरोध में किसान धरने के चलते लगातार 27वें दिन चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से आज भी कोई भी ट्रेन नहीं जाएगी। चंडीगढ़- अंबाला रेलमार्ग पर लालडू रेलवे स्टेशन के नजदीक किसान रेल ट्रैक पर धरना दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कृषि कानूनों के विरोध में किसान धरने के चलते लगातार 27वें दिन चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से आज भी कोई भी ट्रेन नहीं जाएगी। चंडीगढ़- अंबाला रेलमार्ग पर लालडू रेलवे स्टेशन के नजदीक किसान रेल ट्रैक पर धरना दे रहे हैं। इसी वजह से रेलवे ने किसानों के गुस्से और यात्री सुरक्षा को ध्यान रखते हुए इस रूट पर चलने वाली सभी ट्रेनें रद्द कर दी हैं। फेस्टिवल सीजन के मद्देनजर रेलवे बोर्ड ने चंडीगढ़ -गोरखपुर एक्सप्रेस, चंडीगढ़ पाटलीपुत्र एक्सप्रेस और चंडीगढ़ लखनऊ स्पेशल ट्रेन शुरू की थी, लेकिन किसान आदोलन के चलते इन ट्रेनों को भी चार नवंबर तक रद कर दिया है। इसके अलावा कालका- न्यू दिल्ली जनशताब्दी को भी रद कर दिया गया है, जबकि शिमला-कालका के बीच में चलने वाली स्पेशल ट्रेन इस रूट पर पहली दिसंबर तक निरंतर चलती रहेगी। कई रूट किए गए हैं डायवर्ट
गौरतलब है कि लॉकडाउन के बाद से चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से कोई भी स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई गई है। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने ऊना- दिल्ली -जनशताब्दी के रूट को डायवर्ट कर ऊना -चंडीगढ़ -दिल्ली कर दिया था। पंजाब में कृषि कानून के विरोध में किसान आदोलन को देखते हुए पहले इस ट्रेन को 29 सितंबर से चंडीगढ़ -दिल्ली के बीच में चलाया जा रहा था, लेकिन लालडू में किसान धरने को देखते हुए, इस ट्रेन को अब अंबाला और दिल्ली के बीच में चलाया जा रहा है। इसके अलावा बाद्रा -अमृतसर- बाद्रा एक्सप्रेस को अनिश्चित समय अंबाला- बांद्रा- अंबाला के बीच चलाया जा रहा है। सभी स्पेशल ट्रेनें की गई रद
स्टेशन अधीक्षक अनिल अग्रवाल ने बताया ने बताया कि किसान आदोलन को देखते हुए चंडीगढ़ से चलने वाली सभी स्पेशल ट्रेनों को रद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। हालात सामान्य होने पर रेल यातायात शुरू किया जाएगा।