चंडीगढ़ से आई चौंकाने वाली खबर, कोरोना संक्रमण होने के तीन महीने बाद प्रधान सचिव मुरुगन फिर पाजिटिव
चंडीगढ़ में प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के प्रधान सचिव जेएम बाला मुरुगन ने कोरोना सैंपल की टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद खुद को किया आइसोलेट कर लिया हैl उनके अलावा राजभवन के 5 सुरक्षाकर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं।
चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। कोरोना वायरस ने अपने चिर परिचित अंदाज में एक बार फिर सभी स्टडी और अनुमान को झूठा साबित कर दिया है। अभी तक यह कयास लगाए जाते रहे हैं कि जिन लोगों को कोरोना हो चुका हैं, उन्हें आगे कम से कम छह महीने उन्हें कोरोना नहीं होगा। लेकिन चंडीगढ़ स्थित पंजाब राजभवन से खबर कुछ और ही आ रही है। पंजाब राज्यपाल एवं यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के प्रिंसिपल सेक्रेटरी जेएम बाला मुरुगन दोबारा से कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उनके साथ राजभवन के पांच सुरक्षा कर्मी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
इससे पहले 10 अगस्त को बालामुरुगन की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। खुद पंजाब राजभवन ने इनके पॉजिटिव होने की पुष्टि की है। रेगुलर कोविड टेस्टिंग प्रोटोकॉल के तहत राजभवन में 338 कोविड टेस्ट किए गए थे। जिनमें से छह लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें प्रिंसिपल सेक्रेटरी बालागुरुगन का नाम भी शामिल है। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर तुरंत सभी को आइसोलेट कर दिया गया। राहत की बात यह है कि राज्यपाल और उनके स्वजन की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। भारत सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार सभी प्रोटोकॉल को फॉलो किया जा रहा है।
सबसे पहले बालामुरुगन हुए थे पॉजिटिव
चंडीगढ़ में प्रशासनिक अधिकारियों में कोरोना की शुरुआत जेएम बालागुरुगन से हुई थी। उनके साथ पांच स्टाफ सदस्य भी पॉजिटिव मिले थे। पॉजिटिव मिलने पर चंडीगढ़ में चर्चा का बाजार गर्म हो गया। सबकी चिंता बढ़ा दी है।
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