नगर निगम की सख्ती, चंडीगढ़ में 15 अप्रैल से पानी बर्बाद किया तो कटेगा चालान; इसी सप्ताह बनेगी कमेटी
शहर में जुर्माने की राशि अदा नहीं करेगा तो पानी के बिल में यह राशि जुड़कर आ जाएगी। अधिकारियों के अनुसार बूस्टर पंप और पानी चढ़ाने के लिए मोटर का इस्तेमाल करने वालों पर भी नजर रखी जाएगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर में पानी की बर्बादी रोकने के लिए नगर निगम ने टीम का गठन करने जा रहा है।चीफ इंजीनियर शैलेंद्र सिंह की इस संबंध में सोमवार को बैठक बुलाई गई है।कमिश्नर केके यादव की सहमति के बाद टीम की अधिसूचना जारी कर दिया जाएगा।15 अप्रैल शहर में पानी की बर्बादी करने वालों पर कार्रवाई करने का अभियान शुरू कर दिया जाएगा।चीफ इंजीनियर का होम क्वारंटाइन पीरियड पूरा हो गया है।यह अभियान लगभग जून तक मिलता है। गाड़ियों को धोने और बगीचों में पीने के पानी से सिचाई करने पर पाबंदी लगा दी जाएगी। कार्रवाई करने के लिए 18 टीमों का गठन किया जाएगा। अगर किसी के कूलर और छत पर रखी टंकी भी ओवर फ्लो करते हुए मिली तो उनका भी चालान काटा जाएगा।
अगर किसी ने वाटर सप्लाई लाइन में अवैध तरीके से सीधा बूस्टर पंप लगाया होगा तो भी कार्रवाई की जाएगी। घर के आगे पानी की लीकेज हो रही है या फिर मीटर में से पानी बह रहा है या फिर कूलर में से पानी बहेगा तो भी पहला चालान तीन हजार रुपये के जुर्माने का कटेगा।30 दिन के भीतर फिर से पकड़े जाने पर पांच हजार रुपये का चालान काटा जाएगा।
अगर कोई जुर्माने की राशि अदा नहीं करेगा तो पानी के बिल में यह राशि जुड़कर आ जाएगी। अधिकारियों के अनुसार बूस्टर पंप और पानी चढ़ाने के लिए मोटर का इस्तेमाल करने वालों पर भी नजर रखी जाएगी। अगर कोई बाल्टी में से कम पानी का प्रयोग करके गाड़ी साफ करता है या फिर सिचाई करता है तो उस पर कार्रवाई नहीं की जाएगी। चीफ इंजीनियर खुद भी सुबह सवेरे शहर में पानी बर्बाद करने वालों का चालान काटने वाली टीम की कार्रवाई काे चेक करेंगे।