केंद्र ने चंडीगढ़ को प्रत्येक इलेक्ट्रिक बस पर दी 45 लाख सब्सिडी, 358 डीजल बसें इलेक्ट्रिक से होंगी रिप्लेस
सिटी ब्यूटीफुल की सड़कों पर अब इलेक्ट्रिक बसें नजर आने वाली हैं। अगली साल से 40 इलेक्ट्रिक बसें शहर में दौड़ेंगी। खास बात यह है कि केंद्र सरकार ने प्रत्येक बस पर 25 लाख रुपये की सब्सिडी दी है।
बलवान करिवाल, चंडीगढ़। देश भर में इलेक्ट्रिक बसों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्यूफेक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड एंड ईवी (फेम) स्कीम फेज-2 लांच की थी। हैवी इंडस्ट्रीज एंड पब्लिक इंटरप्राइजेज मिनिस्ट्री ने फेम इंडिया स्कीम फेज-2 में सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ को 80 इलेक्ट्रिक बस आवंटित की थी। शहर में 40 बसें 10 साल के लिए चलाने का अशोक लेलैंड कंपनी के साथ एग्रीमेंट हो चुका है।
ग्रॉस कोस्ट कांट्रेक्ट एंड स्कॉप ऑफ ऑपरेटर कांट्रेक्ट मॉडल के तहत यह बसें शहर की सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी। बाकी 40 बसों को चलाने की प्रक्रिया पर काम चल रहा है। इसकी टेंडर प्रक्रिया चल रही है। जो भी कंपनी प्रति किलोमीटर सबसे कम रेट पर बस चलाने का ऑफर देगी उसे कांट्रेक्ट दिया जाएगा। 2022 में यह बस चलनी शुरू हो जाएंगी। चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) ने 2027-28 तक सभी 358 डीजल बसों को इलेक्ट्रिक से रिप्लेस करने का निर्णय लिया है। इसके बाद पूरी सीटीयू क्लीन फ्यूल पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहनों का संचालन करेगी।
बस पर दी गई सब्सिडी
इलेक्ट्रिक बस काफी महंगी हैं इसलिए हर कोई इन्हें चलाने से हाथ पीछे खींचता रहा है। फेम स्कीम में केंद्र सरकार सब्सिडी देकर सहायता करती है। अशोक लेलैंड कंपनी की इस बस की कीमत करीब ड़ेढ़ करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस पर केंद्र सरकार ने प्रत्येक बस पर 45 लाख रुपये की सब्सिडी दी है। इससे कंपनी को भी बस सस्ती पड़ रही है। साथ ही सीटीयू को बिना बस खरीदे ही प्रति किलोमीटर बेस पर यह मिल जाएंगी।
रोड टैक्स, रजिस्ट्रेशन सब फ्री
चंडीगढ़ प्रशासन ने भी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पॉलिसी बना रखी है। इसके तहत सभी वाहनों को रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस में छूट दी गई है। इन वाहनों की नंबर प्लेट हरे रंग की होती है। पार्किंग फीस और टोल टैक्स में भी छूट दी जाती है।