मृत व्यक्ति को जीवित दिखा जमीन हड़पने का आरोप
हलका विधायक एनके शर्मा ने डेराबस्सी के परिषद अध्यक्ष रणजीत सिंह रेड्डी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि रेड्डी की ओर से मुबारिकपुर में धोखाधड़ी के जरिये जमीन अपने नाम करवा ली। विधायक ने मामले को लेकर एसएसपी मोहाली को सुखविदर सिंह पुत्र सुरेश पाल की ओर से दी गई लिखित शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, मोहाली :
हलका विधायक एनके शर्मा ने डेराबस्सी के परिषद अध्यक्ष रणजीत सिंह रेड्डी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
आरोप है कि रेड्डी की ओर से मुबारिकपुर में धोखाधड़ी के जरिये जमीन अपने नाम करवा ली। विधायक ने मामले को लेकर एसएसपी मोहाली को सुखविदर सिंह पुत्र सुरेश पाल की ओर से दी गई लिखित शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने की मांग की है। हलका विधायक ने एसएसपी को दी शिकायत में बताया कि मुबारिकपुर में एक व्यक्ति की मौत के 16 वर्ष बाद उसकी एक कनाल जमीन धोखाधड़ी से उसे जीवित दिखाकर अपने नाम करवा ली जो कि एक कानूनी अपराध है।
एनके शर्मा ने कहा कि दिलबाग राय के आगे पीछे कोई नहीं था उसकी मौत का सर्टिफिकेट भी 1992 का है। जनरल पावर अटार्नी और वसीयत रणजीत सिंह रैड्डी के नाम कैसे हुई और उसके आधार पर रजिस्ट्री और इंतकाल कैसे हुआ। उन्होंने बताया कि राजस्व रिकार्ड से भी छेड़छाड़ की गई है फर्द जमाबंदी वर्ष 2010-11 में दिलबाग राय की मालकी के बिना किसी इंद्राज या रपट से काटकर अवैध ढंग से रणजीत सिंह रेड्डी के नाम की गई है। उन्होंने कहा कि परिषद अध्यक्ष ने गैरकानूनी ढंग से उक्त जमीन अपने नाम करवाने के बाद चांद कुमार राणा और शशि कुमार उर्फ सुशील राणा निवासी मुबारकपुर को बेच दी गई। जबकि उन्हें पहले ही पता था कि यह धोखाधड़ी का मामला है, इसलिए उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई बनती है।
एनके शर्मा ने कहा कि कानून के अनुसार यदि असल मालिक की मौत हो जाए और उसका कोई वारिस न हो तो उस जमीन का मालिक सरकार की मानी जाती है। परिषद अध्यक्ष रणजीत सिंह रेड्डी को पता था कि दिलबाग राय के आगे पीछे कोई नहीं है, इसलिए उसने जाली दस्तावेज के आधार पर उक्त जमीन अपने नाम करवा ली।
उन्होंने कहा कि एक कानूनी अपराध है और सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का चूना लगाया गया है। उन्होंने कहा कि रणजीत सिंह रेड्डी कांग्रेस के हलका इंचार्ज दीपेंद्र सिंह ढिल्लों का खास व्यक्ति हैं और दीपेंद्र सिंह ढिल्लों अपने सारे नाजायज कारें रणजीत सिंह रेड्डी के नाम पर करता है। इसलिए यह बात साफ हो जाती है कि इस कार्य में सियासी रसूख द्वारा दबाव बनाकर इस कार्य को अंजाम दिया गया है।
उन्होंने एसएसपी मोहाली से मांग की कि परिषद अध्यक्ष रणजीत सिंह रेड्डी, चांद राणा और शशि कुमार समेत इस मामले में शामिल राजस्व विभाग के अफसरों के खिलाफ पर्चा दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन ने इन आरोपियों के खिलाफ जल्द कोई कार्रवाई नही की तो वह इस मामले को विजिलेंस और माननीय कोर्ट में लेकर जाएंगे और जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता बड़े स्तर पर संघर्ष शुरू किया जाएगा।