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कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के 12वें मुख्यमंत्री जो पूरा नहीं कर सके कार्यकाल, जानें कौन कितने दिन रहा सीएम

कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के ऐसे 12वें मुख्यमंत्री रहे जो सीएम का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। ज्ञानी जैल सिंह व कैप्टन अमरिंदर ने एक-एक और प्रकाश सिंह बादल ने तीन कार्यकाल पूरा किया। दूसरे कार्यकाल में कैप्टन 4 वर्ष 185 दिन सीएम रहे।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 08:25 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 06:58 AM (IST)
कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के 12वें मुख्यमंत्री जो पूरा नहीं कर सके कार्यकाल, जानें कौन कितने दिन रहा सीएम
पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की फाइल फोटो।

जागरण संवाददाता, जालंधर। वर्ष 1966 में पंजाब के पुनर्गठन के बाद से अब तक कैप्टन अमरिंदर सिंह राज्य के बारहवें मुख्यमंत्री हैं, जो कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। राज्य के पुनर्गठन के बाद कांग्रेस के ज्ञानी गुरमुख सिंह मुसाफिर एक नवंबर, 1966 से आठ मार्च, 1967 तक 127 दिन के लिए मुख्यमंत्री रहे। उनके बाद उनके उत्तराधिकारी के तौर पर अकाली दल-संत फतेह सिंह ग्रुप के गुरनाम सिंह मार्च 1967 से 262 दिन तक मुख्यमंत्री रहे। फिर पंजाब जनता पार्टी के लछमन सिंह गिल नवंबर 1967 से 272 दिन मुख्यमंत्री रहे।

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लछमन सिंह गिल के इस्तीफा देने के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। इसके बाद गुरनाम सिंह फिर फरवरी 1969 में मुख्यमंत्री बने। वे एक साल 38 दिन तक पद पर रहे। शिरोमणि अकाली दल में विद्रोह की वजह से उन्होंने पद छोड़ दिया। प्रकाश सिंह बादल 27 मार्च, 1970 को मुख्यमंत्री बने। वह केवल एक साल 79 दिन ही इस पद पर रहे। लोकसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया। फिर 277 दिन तक राष्ट्रपति शासन रहा।

इसके बाद ज्ञानी जैल सिंह 1972 में मुख्यमंत्री बने, जिन्होंने कार्यकाल पूरा किया। उनके उत्तराधिकारी के रूप मेें प्रकाश सिंह बादल ने 20 जून 1977 को कार्यभार संभाला। इस बार वह दो वर्ष 242 दिन तक मुख्यमंत्री रहे। राज्य में 17 फरवरी 1980 से छह जून 1980 तक राष्ट्रपति शासन लग गया। इसके बाद छह जून 1980 को दरबारा सिंह मुख्यमंत्री बने। वह तीन साल 122 दिन तक ही मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद करीब दो वर्ष तक राष्ट्रपति शासन लगा रहा। फिर शिअद से सुरजीत सिंह बरनाला 29 सितंबर 1985 को मुख्यमंत्री बने। वह भी एक साल 255 दिन तक ही पद पर रहे। जून 1987 से फरवरी 1992 तक राष्ट्रपति शासन लगा रहा।

इसके बाद 25 फरवरी 1992 को बेअंत सिंह मुख्यमंत्री बने। खालिस्तानी अलगाववादियों ने 31 अगस्त, 1995 को उनकी कार को बम से उड़ाकर उनकी हत्या कर दी। वह तीन साल 187 दिन तक ही पद पर रहे। इसके बाद कांग्रेस के हरचरण सिंह बराड़ मुख्यमंत्री बने। वे भी एक साल 82 दिन तक पद पर रहे।

राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री 82 दिन तक रहीं

हरचरण सिंह बराड़ के इस्तीफा देने के बाद राजिंदर कौर भट्टल नवंबर 1996 में राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं। वह 82 दिन तक पद पर रहीं।

        मुख्यमंत्री                              अवधि

  1. गुरमुख सिंह मुसाफिर (कांग्रेस) 127 दिन
  2. गुरनाम सिंह (अकाली दल-फतेह सिंह ) 262 दिन
  3. लछमन सिंह गिल (पंजाब जनता पार्टी) 272 दिन
  4. गुरनाम सिंह (अकाली दल-फतेह सिंह ) 1 वर्ष 38 दिन
  5. प्रकाश सिंह बादल (शिअद) 1 वर्ष 79 दिन
  6. प्रकाश सिंह बादल (शिअद) 2 वर्ष 242 दिन
  7. दरबारा सिंह (कांग्रेस) 3 वर्ष 122 दिन
  8. सुरजीत सिंह बरनाला (शिअद) 1 वर्ष 255 दिन
  9. बेअंत सिंह (कांग्रेस) 3 वर्ष 187 दिन
  10. हरचरण सिंह बराड़ (कांग्रेस) 1 वर्ष 82 दिन
  11. राजिंदर कौर भट्टल (कांग्रेस) 82 दिन
  12. कैप्टन अमरिंदर सिंह 4 वर्ष 185 दिन

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