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खैहरा सहित तीन AAP MLAs की आज पंजाब कांग्रेस में एंट्री कैप्‍टन की बड़ी रणनीति, हाईकमान को दिया बड़ा संकेत

Punjab Congress पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के बीच मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी हाईकमान को बड़ा संदेश व संकेत दिया है। सुखपाल सिंह खैहरा सहित आप के तीन बागी विधायकों को आज कांग्रेस में शामिल कराने के पीछे उनकी बड़ी रणनीति है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 03 Jun 2021 02:22 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 03:18 PM (IST)
खैहरा सहित तीन AAP MLAs की आज पंजाब कांग्रेस में एंट्री कैप्‍टन की बड़ी रणनीति, हाईकमान को दिया बड़ा संकेत
पंजाब के सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी की फाइल फोटो।

चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। Punjab Congress: आम आदमी पार्टी से सस्पेंड चल रहे विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने अंततः करीब पांच वर्षों के बाद घर वापसी कर ली। खैहरा के साथ आप के विधायक पिरमल सिंह, जगदेव सिंह को भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वीरवार को पार्टी ज्वाइन करवाई। इन विधायकों को आज कांग्रेस में शामिल कराने के पीछे कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की बड़ी रणनीति है। आज तीन नेताओं की कमेटी के समक्ष पेश होने से पहले कैप्‍टन ने कांग्रेस हाईकमान को बड़ा संदेश व संकेत दिया है।

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दरअसल, सुखपाल सिंह खैहरा सहित इन तीन विधायकों का कांग्रेस में शामिल होने रास्ता बहुत पहले ही क्लीयर हो गया था। 28 मई को इन विधायकों की ज्वाइनिंग का समय भी तय हो गया था, लेकिन बाद में इसे रोक दिया गया। यह मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर की रणनीति का ही हिस्सा था, जिसके कारण उन्होंने 28 मई को तो ज्वाइनिंग नहीं करवाई गई और 3 जून तो इन नेताओं की ज्वाइनिंग तब करवाई जब वह दिल्ली में पार्टी हाईकमान की तरफ से बनाई गई कमेटी के सामने अपना पक्ष रखने के लिए जाने की तैयारी कर रहे थे।

कांग्रेस में शामिल होने वाले आप के तीनों बागी विधायकों के साथ कैप्‍टन अमरिंदर सिंह।

बड़ी दूर की कौड़ी है ज्वाइनिंग

आम आदमी पार्टी ने सुखपाल सिंह खैहरा और उनके करीबी विधायक पिरमल सिंह और मास्टर जगदेव सिंह को 2019 में लोक सभा चुनाव से पहले सस्पेंड कर दिया था। खैहरा ने अपनी पंजाब एकता पार्टी भी बना दी थी। खैहरा बठिंडा से लोकसभा का चुनाव लड़े थे तो मास्टर जगदेव सिंह फरीदकोट सीट से लोकसभा का चुनाव लड़े थे। यह दोनों ही नेता न सिर्फ चुनाव हार गए थे बल्कि विधान सभा में उनकी सदस्यता पर भी खतरा खड़ा हो गया था। हालांकि विधान सभा के स्पीकर राणा केपी सिंह ने आप की उस अर्जी पर ज्यादा तवज्जों कभी नहीं दिया, जिसमें इन तीनों विधायकों को बर्खास्त करने के लिए कहा गया था।

सुखपाल खैहरा के बहनोई जस्टिस रणजीत सिंह (सेवानिवृत्त) मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खासे करीबी हैं। चर्चाएं रही हैं कि जस्टिस रणजीत सिंह खैहरा को कांग्रेस में वापस लाने के लिए लगातार लाबिंग करते रहे। खैहरा, पिरमल सिंह और मास्टर जगदेव सिंह की कांग्रेस में 28 मई को एंट्री तय हो गई थी। 28 मई को दोपहर तीन बजे तीनों विधायकों ने कांग्रेस ज्वाइन कर लेना था लेकिन उस दौरान पार्टी हाईकमान ने कांग्रेस में कलह को देखते हुए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया। जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने इन विधायकों की एंट्री को रोक दिया।

हैलीकाप्टर तैयार था, इधर हो रही थी ज्वानिंग

वीरवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को दिल्ली में कमेटी के समक्ष पेश होना था। हैलीपैड पर हैलीकाप्टर तैयार खड़ा था। इससे पहले मुख्यमंत्री ने तीन विधायकों को पार्टी ज्वाइन करवाकर पार्टी हाईकमान को यह संदेश दे दिया कि वह कांग्रेस को मजबूत दूसरी पार्टी को तोड़ भी सकते हैं।


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