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पंजाब कांग्रेस मुख्यालय से रातोंरात हटा कैप्टन अमरिंदर सिंह का पोस्टर, नवजोत सिंह सिद्धू का चिपका

नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान मिलते ही समर्थकों ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय से कैप्टन अमरिंदर सिंह का पोस्टर हटाकर सिद्धू का पोस्टर लगा दिया है। नवजोत सिंह सिद्धू कैप्टन पर लगातार आक्रामक रहे हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 19 Jul 2021 11:37 AM (IST)Updated: Mon, 19 Jul 2021 08:52 PM (IST)
पंजाब कांग्रेस मुख्यालय से रातोंरात हटा कैप्टन अमरिंदर सिंह का पोस्टर, नवजोत सिंह सिद्धू का चिपका
पंजाब कांग्रेस कार्यालय में नवजोत सिंह सिद्धू का पोस्टर, जिसमें उनकी पत्नी नवजोत कौर भी नजर आ रही हैं। जागरण

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। कांग्रेस हाईकमान द्वारा नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश प्रधान बनाए जाने की घोषणा के साथ ही चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस मुख्यालय का रंगरूप भी बदलने लगा है। यहां पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का पोस्टर लगा होता था, लेकिन सिद्धू समर्थकों ने रातोंरात इसे बदलकर यहां नवजोत सिंह सिद्धू का पोस्टर लगा दिया है।

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बता दें, पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर लगातार आक्रामक रहे हैं। लंबे समय से नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश प्रधान बनाए जाने की चर्चा चल रही थी, लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह के दबाव  में हाईकमान कोई फैसला नहीं ले पा रहा था। पुराने कांग्रेसी भी सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष का पद देने के पक्ष में नहीं थे, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने इसकी परवाह किए बिना गत रात्रि नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी। हालांकि, सिद्धू पर नकेल कसने के लिए चार कार्यकारी प्रधान भी नियुक्त किए गए हैं।

पहले यहां यह पोस्टर होता था, जिसे हटा दिया गया है। जागरण

सिद्धू जब भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए थे, तब भी कैप्टन सिद्धू को पार्टी में लाए जाने के पक्ष में नहीं थे। शुरुआती एक वर्ष तो सिद्धू व कैप्टन में ठीक-ठीक बनी। सिद्धू को कैप्टन ने अपने मंत्रिमंडल में स्थान दिया और उन्हें स्थानीय निकाय मंत्री बनाया। कुछ समय बाद कैप्टन ने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया। सिद्धू को स्थानीय निकाय के बजाय ऊर्जा विभाग दिया गया, लेकिन सिद्धू इसके लिए राजी नहीं हुए और मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। 

कैप्टन मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिए जाने के बाद सिद्धू लंबे समय तक चुप रहे। लेकिन इस बीच इस वर्ष की शुरुआत में वह अचानक सक्रिय होने शुरू हो गए। इंटरनेट मीडिया के जरिये सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधना शुरू कर दिया। इसके बाद कैप्टन विरोधी धड़ा बयानबाजी तेज करने लगा। कांग्रेस हाईकमान को पार्टी में उठ रहे असंतोष को शांत करने के लिए बैठकें करनी पड़ी। फिर भी सिद्धू कैप्टन पर आक्रामक रहे। अब हाईकमान ने सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनावी साल में आगे सिद्धू-कैप्टन की क्या केमिस्ट्री रहती है। 


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