पंजाब आप प्रधान भगवंत मान बोले- राज्यपाल का अफसरों को तलब करना केवल राजनीतिक ड्रामा
पंजाब में राज्यपान द्वारा कानून-व्यवस्था की स्थिति पर दो अफसरों को राज्यपाल द्वारा तलब करने पर सियासत रूक नहीं रही है। पंजाब आप के प्रधाान भगवंत मान ने कहा है कि अफसरों को बुलापस महज राजनीतिक ड्रामा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। आम आदमी पार्टी ने कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल वीपी सिंह बदनौरर द्वारा अफसरों को तलब करने और कैप्टन अमरिंदर सिंह की टिप्पणी को राजनीतिक ड्रामा करार दिया है। आप के प्रदेश प्रधान और सांसद भगवंत मान ने कहा कि यह किसान आंदोलन से लोगों का ध्यान भटकाने की साजिश है। कांग्रेस व भाजपा दोनों मिलकर ऐसी साजिश कर रही हैं। मान ने कहा कि सभी पंजाबी किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं लेकिन कैप्टन सरकार व भाजपा लोगों का ध्यान भटका रही हैं।
मान ने कहा कि मोदी की नीतियों पर चलते हुए राज्यपाल किसान आंदोलन से पंजाबियों का ध्यान भटकाने के लिए यह सब कर रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्यपाल ने यह गंभीरता उस समय क्यों नहीं दिखाई जब माझा क्षेत्र में जहरीली शराब से 125 से अधिक लोगों की मौत हुई और स्कालरशिप के अभाव में विद्यार्थियों को शिक्षा से वंचित रहना पड़ा। राज्यपाल तब अफसरों को तलब क्यों नहीं करते जब रोजगार मांगने वाले युवाओं को पंजाब पुलिस बेरहमी से पीटती है।
मान ने इस दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर जमकर हमले किए। उन्होंने कहा कि कैप्टन अब कह रहे हैं कि वह पंजाब के गृह मंत्री हैं और राज्यपाल उन्हें बुलाएं। कैप्टन हर अवसर पर फेल हो चुके हैं। कैप्टन ने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से ही अपने शाही फार्म हाउस से बाहर निकल कर लोगों की आवाज सुनने की कोशिश नहीं की और अब किसान आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
मान ने कहा कि किसान और मजदूर यह समझ चुके हैं कि कांग्रेस और भाजपा व्यापारियों व कारोबारियों के साथ मिलकर घटिया चाल चल रहें हैं। किसानों की भावनाओं के साथ खेलने वाली भाजपा और कांग्रेस को पंजाब के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
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आप नेताओं को नहीं सरकार की सुरक्षा की जरूरत : चीमा
कैप्टन सरकार की ओर से भाजपा नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने और कांग्रेस व आप नेताओं की सुरक्षा पर पुनर्विचार करने के फैसले पर आम आदमी पार्टी ने कहा है कि आप नेताओं को पंजाब सरकार से सुरक्षा की जरूरत नहीं है। यदि कैप्टन अमरिंदर सिंह को ऐसा महसूस हो रहा है कि कांग्रेस नेताओं को ज्यादा सुरक्षा की जरूरत है तो वह आप नेताओं की सुरक्षा हटाकर अपने नेताओं की सुरक्षा बढ़ा सकते हैं।
चीमा ने कहा कि कैप्टन के इस कदम से यह साबित होता है कि आम लोग कैप्टन सरकार और भाजपा के खिलाफ हैं और इन पार्टियों के नेताओं को कभी भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है।नेता प्रतिपक्ष हरपाल ¨सह चीमा ने कहा कि आप हमेशा से किसानों, मजदूरों छोटे और मझोले व्यापारियों के साथ खड़ी रही है। इसलिए उसे अन्नदाताओं से खतरा नहीं है। आप नेताओं को पंजाब सरकार की सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग कांग्रेस, भाजपा और अकाली दल की घटिया राजनीति से ऊब चुके हैं। इन पार्टियों को अब जनता से ही खतरा महसूस होने लगा है। कांग्रेस व भाजपा की गलत नीतियों के कारण ही लोग आंदोलन कर रहे हैं। चीमा ने सवाल किया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन को शांत करने के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से एक बार भी बात करने की कोशिश क्यों नहीं की। अब वह भाजपा नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने की वकालत कर रहे हैं। क्या कैप्टन, भाजपा की बी-टीम की तरह अभिनय नहीं कर रहे हैं? भाजपा नेताओं को सुरक्षा देने की बजाए कैप्टन सरकार को किसानों, मजदूरों, छोटे तथा मझोले कारोबारियों को सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए।
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