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सांसों की कीमतः अस्पतालों में पहुंचने तक मेडिकल ऑक्सीजन टैंकर को एस्कॉर्ट करेगी चंडीगढ़ पुलिस

कोरोना मरीजों के लिए मेडिकल ऑक्सीजन सबसे ज्यादा कीमती हैं। यदि गंभीर मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिले तो इसका परिणाम गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में चंडीगढ़ को मिलने वाली ऑक्सीजन टैंकर को यूटी पुलिस एस्कॉर्ट कर अस्पतालों में पहुंचा रही है।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 12:12 PM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 12:12 PM (IST)
सांसों की कीमतः अस्पतालों में पहुंचने तक मेडिकल ऑक्सीजन टैंकर को एस्कॉर्ट करेगी चंडीगढ़ पुलिस
अस्पतालों में पहुंचने तक मेडिकल ऑक्सीजन टैंकर को एस्कॉर्ट करेगी चंडीगढ़ पुलिस।

चंडीगढ़, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश के बद्दी स्थित बरोटीवाला से चंडीगढ़ पहुंचने वाले मेडिकल ऑक्सीजन टैंकर को पुलिस एस्कॉर्ट कर ला रही है। जिससे गैर जरूरी लगने वाला समय बच सके साथ ही ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू रहे। चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) सीईओ कम ऑक्सीजन सप्लाई नोडल अधिकारी यशपाल गर्ग ने आदेश दिए हैं कि एस्कॉर्ट टैंकर को अंतिम गंतव्य तक पहुंचाएगा। फिर चाहे वह चंडीगढ़ के किसी हॉस्पिटल में हो या फिर डेराबस्सी स्थित प्राइवेट रीफिलिंग वेंडर के यहां पहुंचाना हो।

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डीएसपी दलीप रत्न को नोडल पुलिस ऑफिसर और इंस्पेक्टर दलबीर सिंह को उन्हें सहयोग करने की जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि चंडीगढ़ को केंद्र सरकार ने रोजाना 20 मीट्रिक टन का मेडिकल ऑक्सीजन कोटा आवंटित कर रखा है। जो हिमाचल प्रदेश के बद्दी स्थित इनोक्स बरोटीवाला से चंडीगढ़ आती है।

प्रशासन ने पीजीआइ के सिलेंडर रीफिलिंग फिर की शुरू

चंडीगढ़ प्रशासन ने शनिवार को अपने कोटे से पीजीआइ के ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिलिंग करना बंद करने के आदेश दिए थे। इस पर पीजीआइ प्रशासन ने आपत्ति जताई थी। साथ ही केंद्र सरकार को इसकी शिकायत भी की थी। ऑक्सीजन को लेकर पीजीआइ और यूटी प्रशासन आमने-सामने के हो गए थे। लेकिन रविवार को यूटी प्रशासन ने टकराव को टालते हुए अपने कोटे से पीजीआइ के 62 बी टाइप सिलेंडर भरकर दिए। हालांकि पीजीआइ प्रशासन ने केंद्र सरकार से मरीजों के वर्कलोड को देखते हुए मेडिकल ऑक्सीजन कोटा बढ़ाने के लिए लिखा है।

इसलिए रोकी गई ऑक्सीजन सप्लाई

बता दें कि प्रशासन ने पीजीआइ के सिलेंडर रीफिलिंग रोकने के पीछे तर्क दिया था कि पीजीआइ को अलग से 20 मीट्रिक टन कोटा मिलता है। इतना ही कोटा चंडीगढ़ को अपने गवर्नमेंट और प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए मिलता है। नोडल अधिकारी यशपाल गर्ग ने प्राइवेट वेंडर के यहां दौरा करने के बाद रीफिलिंग रोकने के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा था कि चंडीगढ़ के हॉस्पिटल की मांग 20 मीट्रिक टन से मुश्किल से पूरी होती है। ऐसे में पीजीआइ को अपने लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन कोटा बढ़ाने की मांग केंद्र सरकार से करनी चाहिए। हालांकि फिर भी प्रशासन ने रविवार को 62 बी टाइप सिलेंडर पीजीआइ को रीफिलिंग कर दिए हैं।


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