..साहित्य के शब्द मोती हैं इस पुस्तक में
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : साहित्य संस्था मंथन ने सेक्टर-37 में एक साहित्यिक समारोह का आय
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : साहित्य संस्था मंथन ने सेक्टर-37 में एक साहित्यिक समारोह का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता साहित्यकार आरके मल्होत्रा ने की, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में चंडीगढ़ के पूर्व मेयर और वर्तमान नगर निगम पार्षद अरुण सूद शामिल हुए। साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में अमेरिका से समाजसेविका बिन्नी और हिमाचल प्रदेश से साहित्यकार डॉ.विजय पूरी कार्यक्रम में शामिल रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में पीएमजेएफ लायन किशोर बंसल द्वारा संकलित और डॉ. सुशील हसरत नरेलवी द्वारा सम्पादित सुविचार संकलन शब्द-मोती का लोकार्पण अरुण सूद ने किया। यह पुस्तक कवयित्री सुशील बंसल 'शील' को समर्पित व उनकी याद में प्रकाशित की गई है। अरुण सूद ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शब्द-मोती सुविचारों का एक ऐसा जखीरा है, जिसमें कदम-कदम पर हमें सद्मार्ग दिखलाने की कुव्वत है। पीएमजेएफ लायन किशोर बंसल ने सुविचारों को एकत्रित कर पुस्तक रूपी माला में पिरोकर उन्हें समाज के समक्ष लाने की एक सुखद व सार्थक पहल की है। साहित्यकारों की भूमिका देश की संस्कृति में बहुत बड़ा योगदान रखती है। अध्यक्षीय व्यक्तव्य में साहित्यकार आरके मल्होत्रा ने मंथन को ग्यारह वर्ष पूरे करने पर बधाई देते हुए लोकार्पित पुस्तक के बारे में कहा कि शब्द-मोती में पिरोये हुए शब्द अपने अर्थों को लेकर सारगर्भित रूप में मुखरित होते हैं। कवि दरबार में गूंजी कविताएं
कार्यक्रम के दूसरे चरण में कवि दरबार का शुभारंभ वरिष्ठ गजलकार चमन शर्मा 'चमन' की गजल से हुआ। इसके बाद हिमाचल से आए कवि विजय पुरी, हिमाचल से ही वीरेन्द्र शर्मा 'वीर', चण्डीगढ़ से दीपक खेतरपाल, उर्मिला कौशिक 'सखी', प्रेम विज, राजन 'गरीब', आरके मल्होत्रा, गुरमीत बेदी, शमशेर, सतनाम सिंह, राजेश पंकज, नरेन्द्र निर्माेही, आनन्द बिहारी, अश्विनी कुमार, वरिष्ठ शायर कृष्ण कुमार 'तूर', सुशील 'हसरत' नरेलवी, विजय कपूर, इत्यादि ने अपनी-अपनी कविताओं व ग़ज़लों से समा बाधा। इसके अतिरिक्त हास्य कलाकार सतीश पापुलर व कंचन भल्ला ने अपनी-अपनी हास्य कविताएं सुनाई।