चंडीगढ़ व्यापार मंडल ने प्रशासन से की मांग, अगला निर्णय बिना व्यापारियों के साथ बैठक करके न लें
चंडीगढ़ में प्रशासन की ओर से लगाई गई पाबंदियों का सबसे ज्यादा नुकसान गैर जरूरी वस्तुओं का कारोबार करने वाले दुकानदारों का हुआ है। व्यापार मंडल ने प्रशासन से मांग की है कोई भी फैसला लिया जाए तो गैर जरूरी वस्तुओं का कारोबार करने वाले का जरूर ध्यान रखा जाए।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ में प्रशासन की ओर से लगाई गई पाबंदियों का सबसे ज्यादा नुकसान गैर जरूरी वस्तुओं का कारोबार करने वाले दुकानदारों का हुआ है। प्रशासन ने एक सप्ताह के लिए फिर से पाबंदियों का समय बढ़ा दिया है। ऐसे में व्यापार मंडल ने प्रशासन से मांग की है कि अब आगे कोई भी फैसला लिया जाए तो गैर जरूरी वस्तुओं का कारोबार करने वाले व्यापारियों के हितों का जरूर ध्यान रखा जाए। मालूम हो कि इस समय पाबंदियों से जरूरी और गैर जरूरी वस्तुओं के दुकानदारों के बीच टकराव की भी स्थिति बन गई है। क्योंकि गैर जरूरी वस्तुओं के व्यापारी घर बैठ गए हैं और जरूरी वस्तुओं के दुकानदार कारोबार कर रहे हैं। ऐसे में एक व्यापारी को काफी नुकसान हो रहा है और दूसरा काम कर रहा है।
व्यापार मंडल के महासचिव संजीच चड्ढा ने प्रशासन को पत्र लिखकर मांग की है कि अगला जो भी निर्णय लिया जाए उस पर एक बार प्रशासन को शहर के व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ जरूर बैठक करनी चाहिए। उनका कहना है कि गैर जरूरी वस्तुओं के दुकानदारों के लिए एक तरह से तो पूर्ण लाकडाउन जैसी स्थिति है। उनका कहना है कि शहर के अधिकतर दुकानदारों का हर माह लाखों रुपये का खर्चा है। ऐसे में वह किस तरह से अपनी दुकान का किराया अदा करेंगे किस तरह से अपने कर्मचारियों को वेतन देंगे। इस समय शहर के व्यापारी इस बात की चिंता में है। उनका कहना है कि व्यापार मंडल पहले भी आड-इवन सिस्टम से दोनों व्यापारियों को कारोबार करने की मंजूरी देनी की मांग कर रहा है।
उनका कहना है कि व्यापारियों में प्रशासन के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। उनका कहना है कि व्यापारियों के लिए प्रशासन को कोई न कोई राहत पैकेज जरूर देना चाहिए। इस समय शहर के व्यापारियों को इसकी काफी जरूरत है। वहीं व्यापार मंडल के अध्यक्ष चरणजीव सिंह ने सलाहकार से मिलने का समय मांगा है ताकि व्यापारियों की आवाज को उठाया जा सके। अध्यक्ष चरणजीव सिंह का कहना है कि इस समय छोटे व्यापारी के लिए काम करना काफी मुश्किल हो रहा है। विशेष तौर पर जिन व्यापारियों की किराए की दुकानें है। ऐसे में व्यापारियों के लिए प्रशासन को कोई न कोई कदम तत्काल प्रभाव से जरूर उठाना चाहिए।
मालूम हो कि व्यापार मंडल ने इस समय बाजारों में यह भी मुहिम चलाई हुई थी कि कोई भी ग्राहक जो बिना मास्क के दुकान में आएगा उसे व्यापारियों द्वारा अटेंडट नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि शहर का व्यापारी प्रशासन की हर तरह से मदद करने के लिए तैयार है लेकिन प्रशासन को भी व्यापारी के लिए कुछ करना चाहिए। वहीं व्यापार सदन ने प्रशासन से मांग की है कि जरूरी और गैर जरूरी दुकानदारों को दोनो को दिन में समय का बदलाव करके दुकानें खोलने की मंजूरी दी जाए।
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