वेबिनार में बोले बीके कुठियाला- बेहतर सोच के साथ न्यू एजुकेशन पॉलिसी को शुरू करने की जरूरत
Punjab University Chandigarhः पंजाब यूनिवर्सिटी के मेडिकल फिजिक्स डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित न्यू एजुकेशन पॉलिसी को शुरू करने के रोड़मैप पर चर्चा करने के लिए बीके कुठियाला मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद हुए। उन्होंने कहा कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी में किसी भी बच्चे में कोई भेदभाव नहीं रहा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। न्यू एजुकेशन पॉलिसी आने वाले भविष्य के लिए कारगर है। इसे बेहतर सोच के साथ शुरू करने की जरूरत है। यह शब्द हरियाणा हायर एजुकेशन काउंसिल के चेयरमैन बीके कुठियाला ने कहे। बीके कुठियाला पंजाब यूनिवर्सिटी के मेडिकल फिजिक्स डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित न्यू एजुकेशन पॉलिसी को शुरू करने के रोड़मैप पर चर्चा करने के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी में किसी भी बच्चे में कोई भेदभाव नहीं रहा है।
तीन साल की उम्र में हर बच्चे को स्कूल जाने की जरूरत होगी इसके साथ ही जबरदस्ती किसी स्टूडेंट्स के साथ नहीं होगी। यदि स्टूडेंट्स को एक साल पढ़कर दूसरे विषय में जाने की इच्छा है तो वह जा सकता है। सबसे अहम वोकेशनल एजुकेशन है जो कि स्टूडेंट्स को छठी क्लास से मिलनी शुरू हो जाएगी। इस मौके पर यूनियविर्सटी इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड मैनेजमेंट साइंस से डॉ. नवीन कुमार सहित डीन वेलफेयर स्टूडेंट्स प्रो. एसके तौमर सहित फैकल्टी के सदस्य मौजूद रहे।
उच्चतर शिक्षा के इच्छुकों को नहीं होगा मलाल
स्कूल एजुकेशन के बाद यदि हायर एजुकेशन की बात की जाए तो उसका भी स्टूडेंट्स को फायदा मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि स्कूल के बाद स्टूडेंट्स कॉलेज जाना चाहते थे लेकिन आर्थिक मजबूरी या फिर अन्य कारणों के चलते उन्हें पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ती थी लेकिन न्यू एजुकेशन पॉलिसी में ऐसा नहीं हो सकेगा। कॉलेज में पहुंचकर एक या दो साल तक पढ़ाई करने वाले को डिग्री और सर्टिफिकेट मिलेगा जो कि अभी तक नहीं हो रहा था।