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सियासी ड्रामे के बाद थप्पड़कांड सुलझा, निगम कर्मी बोले- भाजपा नेता ने मांगी माफी, पार्टी ने किया इनकार

नगर निगम में हुए थप्पड़कांड को लेकर 24 घंटे तक चले सियासी ड्रामे के बाद आखिरकार बुधवार को मामले का पटाक्षेप हो गया।इसका लिखित राजीनामा सेक्टर-17 पुलिस थाने में दे दिया गया है। मालूम हो कि गोयल पर कमिश्नर के निजी सचिव सैनी को थप्पड़ मारने का आरोप था।

By Edited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 08:55 PM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 09:59 AM (IST)
सियासी ड्रामे के बाद थप्पड़कांड सुलझा, निगम कर्मी बोले- भाजपा नेता ने मांगी माफी, पार्टी ने किया इनकार
थप्पड़कांड के बाद सेक्टर-17 पुलिस थाने में माैजूद भाजपा नेता व अन्य। (जेएनएन)

चंडीगढ़, जेएनएन। नगर निगम में मंगलवार को हुए थप्पड़कांड को लेकर 24 घटे तक चले सियासी ड्रामे के बाद आखिरकार बुधवार को मामले का पटाक्षेप हो गया। कर्मचारी यूनियन और नगर निगम का दावा है कि मामले में आरोपों से घिरे भाजपा प्रवक्ता गौरव गोयल ने मागी माफी ली है। जबकि भाजपा नेताओं का दावा है कि गौरव गोयल ने कोई माफी नहीं मागी। मगर दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामला सुलझा लिया गया है।

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इसका लिखित राजीनामा सेक्टर-17 पुलिस थाने में दे दिया गया है। मालूम हो कि गोयल पर निगम कमिश्नर के निजी सचिव जतिन सैनी को थप्पड़ मारने का आरोप था। माना जा रहा है कि इस मामले में उनके खिलाफ पुलिस केस की नौबत आने वाली थी, इससे पहले भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद और नेताओं ने कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों से बात करके उन्हें मना लिया।

मामले में आरोपों से घिरे गोयल का कहना है कि जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है वह नहीं होना चाहिए था। लेकिन खुशी है कि मामला सुलझ गया है। निगम कमिश्नर केके यादव और डिप्टी मेयर जगतार जग्गा की मौजूदगी में भाजपा नेता गौरव गोयल ने बुधवार को सामूहिक तौर पर कहा कि मंगलवार दोपहर मेरे और निजी सचिव के बीच जो मिस अंडरस्टेंडिंग हुई, वह नहीं होनी चाहिए थी।

निगम कमिश्नर बनाम भाजपा

निगम कमिश्नर केके यादव का कहना है कि कर्मचारियों के कहने पर भाजपा नेता ने माफी माग ली थी, जिसके बाद दोनों पक्षों में सुलहा हो गई। वहीं भाजपा के चंडीगढ़ अध्यक्ष अरुण सूद का कहना है कि गौरव गोयल ने माफी मागने की कोई बात ही नहीं हुई थी और न ही गौरव गोयल ने माफी मागी है। लिखित में भी जो समझौता हुआ है उसमें कहा गया है कि दोनों पक्ष आपसी सहमति से मामला सुलझा रहे हैं।

समझौते से पहले निगम कर्मचारियों में दिखा गुस्सा, काम ठप कर किया हंगामा

उधर, मामले में समझौता होने से पूर्व इस मुद्दे को लेकर बुधवार सुबह से दोपहर तक नगर निगम कर्मचारियों ने काम ठप रखा। इस बीच उन्होंने नगर निगम की पाìकग में थप्पड़कांड़ के विरोध में जमकर हंगामा किया। इस दौरान कर्मचारियों ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन में सफाई कर्मचारी यूनियन और प्रशासन की अलग-अलग कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

केस दर्ज कराने थाने गए निगम कर्मचारियों को मनाने पहुंचे भाजपा नेता

पहले कयास लगाए जा रहे थे कि बुधवार को दिन में करीब 11 बजे तक भाजपा नेता गौरव गोयल कर्मचारियों  के सामने आकर सामूहिक रूप से माफी मागेंगे, लेकिन गोयल जब एक बजे तक न आए तो  ने सेक्टर-17 पुलिस थाना प्रभारी रामरतन पर आरोपित नेता के खिलाफ मामला दर्ज करने का दबाव बनाया।कर्मचारियों ने थाने का घेराव करने की घोषणा की, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करने की कार्रवाई शुरू करने का आश्वासन देते हुए चंद कर्मचारियों को थाने में आने के लिए कहा। इसके बाद शिकायतकर्ता निजी सचिव जतिन सैनी, ला अधिकारी राकेश कुमार, इंटक नेता हरजिंदर सिंह और चंद कर्मचारी नेता पुलिस थाने पहुंच गए।

सूचना मिलते ही भाजपा नेताओं को लगी तो पार्टी के चंडीगढ़ अध्यक्ष अरुण सूद, पूर्व मेयर राजेश कालिया, महासचिव रामवीर भट्टी अन्य नेताओं के साथ पुलिस थाने पहुंच गए। जहा पर कर्मचारी नेताओं पर मामला दर्ज न करवाने का दबाव बनाया गया।यहा पर भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने पीए जतिन सैनी से कहा कि जो कुछ उनके साथ हुआ उन्हें अफसोस है और वह इसके लिए उनसे माफी मागते हैं।जिस पर कर्मचारियों ने सूद को कहा कि गोयल के लिए आप क्यों माफी मांगते हो।

समझौता पत्र पर दोनों पक्षों ने किए हस्ताक्षर

थाने में पहले यह तय हुआ कि कमिश्नर के ऑफिस में भाजपा नेता माफी मांगेगा, लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण बैठक छठी मंजिल के हाल में हुई। इसे सबसे पहले कमिश्नर केके यादव ने संबोधित किया। कमिश्नर ने कहा कि जैसा कर्मचारी चाहते हैं वैसा ही होगा। नगर निगम के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। इस बीच गौरव गोयल के संबोधन के बाद पुलिस ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करवाए। जिस पर रामवीर भट्टी, पूर्व मेयर राजेश कालिया,डिप्टी मेयर जगतार जग्गा और तेजेंद्र सिंह ने हस्ताक्षर किए।

मालूम हो कि दोनो पक्षों के बीच समझौता करवाने में पूर्व मेयर राजेश कालिया ने अहम भूमिका निभाई है। जबकि जिस समय गौरव गोयल को बोलने के लिए उठाया गया तो जिला अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने माफी मंगवाने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि माफी की कोई बात नहीं हुई थी। सिर्फ दोनों पक्षों की शिकायत वापस लेने की बात हुई थी जिसे पूर्व मेयर राजेश कालिया ने टोकते हुए उन्हें चुप रहने की सलाह दी।

हाईकमान पहुंचा मामला

नगर निगम के थप्पड़कांड का मामला भाजपा हाईकमान तक पहुंच गया है। हाईकमान ने स्थानीय नेताओं से जानकारी ली है। माना जा रहा है कि चंडीगढ़ अध्यक्ष अरुण सूद और टंडन विरोधी नेताओं ने भी हाईकमान को मामले की जानकारी दी है। हाईकमान को यह भी बताया गया है कि इस घटना से कर्मचारी वर्ग में पार्टी के प्रति नाराजगी बढ़ी है।


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