Bird Flu Alert: मोहाली में 60 फीसद गिरा पोल्ट्री कारोबार, सस्ते हुए अंडे, चिकन की ब्रिकी घटी
बर्ड फ्लू की दहशत से अंडों और चिकन के कारोबार में असर दिखने लगा है। मोहाली में आम दिनों में अंडों का दाम 630 रुपये सैकड़ा था अब दाम 550 रुपये हो गया है। लोग चिकन और अंडों से परहेज कर रहे हैं जिससे बिक्री में गिरावट आई है।
मोहाली, [रोहित कुमार]। बर्ड फ्लू के डर का असर पोल्ट्री कारोबार पर पड़ने लगा है। जिला मोहाली में पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री 60 फीसद की कमी आ गई है। इसके चलते चिकन और अंडों के दाम कम होने पर भी लोग खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
बता दें कि अंडे का भाव जो 630 रुपये सैकड़ा के पार चला गया था, अब बर्ड फ्लू भय के कारण 550 रुपये पहुंच गया है। हालांकि ब्रायरल का रेट अभी भी 230 है। न तो विक्रेताओं के पास ज्यादा ब्रायरल अंडों की सप्लाई आ रही है और न ही लोग खरीदने आ रहे हैं। वहीं अगर बात करें मटन की तो मटन का रेट सात सौ रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गया है। उधर मछली के शौकीन अभी भी मछली की खूब खरीदारी कर रहे हैं। बाजार में मछली एक हजार रुपये से लेकर 1500 रुपये किलो तक बेची जा रही है। क्योंकि सर्दी के कारण अभी मछली की मांग में कोई कमी नहीं आई है।
चिकन और अंडों पर दी जा रही छूट
मोहाली के नागपाल पोल्ट्री के भुवनेश कुमार ने कहा कि हर साल वे बर्ड फ्लू के बारे में सुन रहे हैं। इस बार भी कारोबार पर इसका असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम में अंडों का रेट सात सौ रुपये सैकड़ा तक पहुंच जाता था, लेकिन अब 550 से 570 रुपये सैकड़ा दिया जा रहा है। लोग चिकन खाने से भी परहेज कर रहे हैं। क्योंकि कोविड के कारण भी लोगों में अभी भी डर का माहौल बना हुआ है। अंडों व ब्रायरल की सेल बढ़े इसलिए विक्रेताओं ने इस पर छूट देनी भी शुरू कर दी है। मोहाली में चिकन और अंडों पर तय रेट से 10 से 15 फीसद की छूट दी जा रही है।
अब और आएगी अंडों और चिकन के दामों में गिरावट
सर्दी में सूप का कारोबार करने वाले संजीव ने बताया कि सूप पीने के लिए भी ग्राहकों का टोटा है। उन्होंने बताया कि बर्ड फ्लू की दहशत से पहले वह हर रोज सूप व अंडों से तीन से चार हजार रुपये कमाते थे। अब उनकी यह कमाई 1500 से दो हजार तक आ गई है। गांव मोहाली में पाल चिकन कॉर्नर के मालिक ऋषि पाल ने बताया कि लोग नॉनवेज की बजाय बेज खाना पसंद कर रहे हैं। आने वाले दिनों में चिकन और अंडे के दामों में और गिरावट आएगी। पहले ही कोविड के कारण बिजनेस का काफी नुकसान हो गया था। अब फिर से उसे दौर से गुजरना पड़ रहा है।