भारतीय खिलौना मेले में दिखेगी भवन विद्यालय की धमक
देश में पहली बार शनिवार को लगने वाले खिलौना मेले में सेक्टर-15 पंचकूला के भवन विद्यालय के विद्यार्थियों की प्रतिभा आनलाइन देखने को मिलेगी। मेले का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस दौरान वर्चुअल माध्यम से विद्यार्थी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। भवन विद्यालय के विद्यार्थियों ने कले मैजिक लेजेंड्स ऑफ इंडिया फोनिक्स केलकुलेशन होउजी फन विद डाइस देखने को मिलेगी। विद्यार्थी खिलौना मेले को लेकर काफी उत्साहित हैं।
जागरण संवाददाता, पंचकूला :
देश में पहली बार शनिवार को लगने वाले खिलौना मेले में सेक्टर-15 पंचकूला के भवन विद्यालय के विद्यार्थियों की प्रतिभा आनलाइन देखने को मिलेगी। मेले का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस दौरान वर्चुअल माध्यम से विद्यार्थी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। भवन विद्यालय के विद्यार्थियों ने कले मैजिक, लेजेंड्स ऑफ इंडिया, फोनिक्स, केलकुलेशन होउजी, फन विद डाइस देखने को मिलेगी। विद्यार्थी खिलौना मेले को लेकर काफी उत्साहित हैं। मेले में शिक्षा, फन, साइंस, मॉडर्न, मॉडर्न इलेक्ट्रॉनिक खिलौने देखने को मिलेंगे। मेले में बताया जाएगा कि किस प्रकार खिलौने बच्चों की शिक्षा का अभिन्न अंग बनेंगे। चार दिन के इस आयोजन का उद्देश्य सभी खरीदारों, खिलौना बेचने वालों, विद्यार्थियों और अध्यापकों सहित सभी शेयरधारकों को एक मंच प्रदान करना है।
कोरोना काल ने जब विकास की गति को धीमा कर दिया था, तब देश में नित नए प्रयोग भी होने लगे, जिससे आर्थिक गति को बल मिलने लगा। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की प्राचीन खिलौना पद्धति को पुन: नई तकनीक व सृजनता बनाकर प्रतिभागी आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को वोकल फॉर लोकल के जरिये पूरा करने की परिकल्पना को 27 फरवरी को भारतीय खिलौना मेला में साकार करेंगे। इसी कड़ी में पंचकूला सेक्टर-15 स्थित भवन विद्यालय की प्रधानाचार्य गुलशन कौर के नेतृत्व में विद्यालय के विद्यार्थी मेला में शामिल होंगे।
प्रधानाचार्य गुलशन कौर ने बताया कि उनका विद्यालय विद्यार्थियों को सदैव नया व नवाचार से जुड़ा रहने की प्रेरणा देता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उत्तम सोच, दूरदर्शिता का ही नतीजा है कि आज समस्त भारत खेल खिलौनों के माध्यम से शिक्षा को ग्रहण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जब खिलौना मेले से संबंधित प्रधानमंत्री ने पहल की गई, तो विद्यालय ने बढ़चढ़कर प्रतिभागिता करने का निश्चय लिया। अपने खिलौने प्रदर्शित करने के लिए स्टाल लगाया जाएगा। खेल-खेल में बच्चे बहुत कुछ सीख जाते हैं। सभी मंत्रालयों का आभार व्यक्त करते हुए प्रधानचार्य ने कहा कि विद्यालय को चयन करके आत्मनिर्भरता की तरफ एक नई पहचान बनाने के योग्य समझा। प्रधानमंत्री का वाक्य कि खेलेगा इंडिया तो तभी तो सीखेगा इंडिया और अब खेलेगा इंडिया और सीखेगा भी इंडिया। छात्रा अद्विती और छात्र आसीसजोत ने बताया कि उनका थीम है मैजिक कले, बच्चों को आंखे बंद करके खिलौने को पहचाना है। यह खिलौना पेपर वेट की तरह भी प्रयोग में लाया जा सकता है। छात्र जयंत राणा और अदम्य ने बताया कि लेजेंड्स ऑफ इंडिया एक चित्र पुस्तिका है, जो हमे हमारे इतिहास को जानने में सहायता करती है। इसमें रंगों, चित्रों व दृश्यों से देश के महानायकों, विभिन्न तिथियों को आसानी से याद कर सकते हैं। छात्र वीर यादव व तन्वी यादव ने बताया कि उनकी गेम द्वारा कोई भी बड़ी व छोटी संख्यायों को जान सकता है। छात्रा तनीषा सिघी ने बताया कि उनकी गेम का नाम केलकुलेशन होउजी है इसमें तंबोला की भांति नंबर नहीं बलिक इक्यूएशन बताई जाती है। सौम्य व अनन्य बेरी ने फन विद डाइस गेम बनाई है।