BCCI एंटी डोपिंग सेल ने UTCA क्रिकेटर्स का लिया स्पेशल सेशन Chandigarh News
इस सेशन में यूटीसीए की तमाम टीमों के तकरीबन 150 से ज्यादा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। अलग-अलग आयुवर्ग के इन खिलाड़ियों को एंटी डोपिंग सेल की तरफ से एक बुकलैट दी गई।
चंडीगढ़, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट डोपिंग के दुष्चक्र से मुक्त रहे, इसके लिए बीसीसीआइ ने खास अभियान चलाया है। इसी अभियान के तहत शुक्रवार को सेक्टर-7 के आर्य समाज मंदिर के हॉल में बीसीसीआइ के एंटी डोपिंग सेल ने यूटीसीए क्रिकेटर्स ने स्पेशल सेशन लिया। इस सेशन में यूटीसीए की तमाम टीमों के तकरीबन 150 से ज्यादा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। अलग-अलग आयुवर्ग के इन खिलाड़ियों को एंटी डोपिंग सेल की तरफ से एक बुकलैट दी गई, जिसमें डोपिंग से जुड़ी तमाम तरह की जानकारी थी। इसके बाद एंटी डोपिंग सेल के डॉ. अभिजीत साल्वी ने इन युवा क्रिकेटर्स को डोपिंग के बारे में तमाम तरह की जानकारी दी।
ज्यादातर खिलाड़ियों को नहीं होती डोपिंग कोड की जानकारी
डोपिंग क्या है, कोई भी खिलाड़ी अपनी शरीरिक क्षमता या परफोरमेंस को बढ़ाने के लिए किसी तरह के सप्लीमेंट्स या कोई दवाई लेता है तो इसे डोपिंग कोड का उल्लंघन माना जाता है। अभिजीत ने बताया कि साल 1960-70 के दशक में कई युवा एथलीट्स की अचानक मौत होने लगी, इस दौरान जांच में पाया गया कि इन खिलाड़ियों ने अपनी शरीरिक क्षमता को बढ़ाने लिए काफी संख्या में सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल किया था। जिस वजह से उनकी मौत हुई है। इसके बाद वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) बनी, जो हर साल नए डोपिंग कोड बनाती है। इस डोपिंग कोड के मुताबिक 500 से 600 तरह का दवाईयां पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं। मौजूदा समय में ज्यादातर खिलाड़ियों को इन दवाईयों की जानकारी नहीं होती और वह डोपिंग मामले में फंस जाते हैं।
खिलाड़ी बिना अनुमति के न करें कोई दवाई इस्तेमाल
डॉ. अभिजीत साल्वी ने खिलाड़ियों को बताया कि बीसीसीआइ एंटी डोपिंग कोड के अधीन है, ऐसे में किसी भी गलती के लिए खिलाड़ी व्यक्तिगत रूप से दोषी होंगे। खिलाड़ी वाडा की वेबसाइट पर जाकर प्रतिबंधित दवाईयों या सप्लीमेंट्स की लिस्ट देख लें। इतना ही नहीं कोई दवाई खाने से पहले वह खिलाड़ी इसके बाबत बीसीसीआइ एंटी डोपिंग टीम से भी जानकारी ले सकता है। अगर दवाई आपके लिए बेहद जरूरी है, तो आपको पहले बीसीसीआइ को सूचना देनी होगी, उसके बाद आप इस दवाई को इस्तेमाल कर सकते हैं।
बीसीसीआइ साल में कभी भी कर सकती है आपका टेस्ट
डॉ. अभिजीत ने बताया कि बीसीसीआइ साल में कभी आपका डोप टेस्ट कर सकती है। डोपिंग कोड के मुताबिक प्रतियोगिता के दौरान, प्रतियोगिता के बीच में, किसी भी दिन, किसी भी समय आपको डोपिंग टेस्ट से गुजरना पड़ सकता है। आप इसके लिए मना नहीं कर सकते हैं। ऐसे में खिलाड़ी गंभीरता एंटी डोपिंग कोड को गंभीरता से लें। आप सुनिश्चित करें कि जो भी आप खाते-पीते हैं, अथवा अन्य तरीके से शरीर में ग्रहण करते हैं, या चिकित्सा प्राप्त करते हैं, वो कहीं बीसीसीआइ एंटी डोपिंग की शर्तों के विरूद्ध तो नहीं है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें