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बदनौर बाेले-सुखना लेक भी बचाएंगे और पिंड भी, कमेटी का गठन करेगा प्रशासन Chandigarh News

सुखना कैचमेंट एरिया को बचाने के लिए पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट के आदेशों के बाद प्रशासन के स्टैंड पर हुआ मंथन।

By Edited By: Published: Tue, 17 Mar 2020 09:28 PM (IST)Updated: Wed, 18 Mar 2020 12:17 PM (IST)
बदनौर बाेले-सुखना लेक भी बचाएंगे और पिंड भी, कमेटी का गठन करेगा प्रशासन Chandigarh News
बदनौर बाेले-सुखना लेक भी बचाएंगे और पिंड भी, कमेटी का गठन करेगा प्रशासन Chandigarh News

चंडीगढ़, जेएनएन। सुखना कैचमेंट एरिया को बचाने के लिए पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट के आए फैसले के बाद प्रशासन के स्टैंड पर मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद, पूर्व अध्यक्ष संजय टंडन के नेतृत्व में कैंबवाला, खुड्डा अलीशेर और किशनगढ़ के प्रतिनिधि पहले प्रशासक वीपी सिंह बदनौर और उसके बाद सलाहकार मनोज परिदा को मिले। इसके बाद प्रशासन ने इस मामले में एक कमेटी का गठन करने का निर्णय लिया गया है।

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प्रशासक बदनौर ने आश्वासन दिया कि इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और गांवों के प्रतिनिधियों की एक कमेटी गठित की जाएगी, जो इन तीनों गांवों के निवासियों की सुनवाई करेगी और अपनी एक विस्तृत रिपोर्ट प्रशासक को सौंपेगी। रिपोर्ट पर विस्तृत चर्चा के पश्चात ही कोई निर्णय लिया जाएगा।

प्रशासक बदनौर ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि सुखना भी बचाएंगे और पिंड भी बचाएंगे। जबकि इससे पहले प्रशासन हाई कोर्ट के निर्देश पर सुखना कैचमेंट एरिया के साथ लगते निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई करने के लिए सर्वे शुरू करने का मन बना रही थी। प्रशासक और सलाहकार को नक्शे के साथ साथ वीडियो भी दिखाया, जिसमें बताया गया कि इन गांवों में बने निर्माण के कारण कैचमेंट सुखना चो और नेपली चो का कोई भी पानी नहीं रूक रहा है।

भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने बताया कि बुधवार शाम छह बजे गांव कैंबवाला में उनकी इस विषय पर एक पब्लिक मीटिंग भी है। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि गांवों में लाल डोरे से बाहर रहने वाले निवासियों पर हर वक्त मकान टूटने की तलवार लटकी रहती है जबकि गांवों की एक बहुत बड़ी जनसंख्या लाल डोरे के बाहर रहती है।

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