बबला बोले-मेयर पागल हो गए, मेयर का जवाब-ऐसा पागलपन उन्हे मंजूर
सेक्टर-30 की मार्केट में सेनिटाइजेशन के कार्यक्रम को लेकर राजनीति गरमा गई है। इसका नगर निगम की ओर से अधिकारिक तौर पर प्रेस नोट भेजा गया। इस कार्यक्रम में मेयर रविकांत शर्मा के अलावा भाजपा पार्षद शक्तिदेव शाली ने भी हिस्सा लिया लेकिन प्रेस नोट में देवशाली को एरिया पार्षद बताया है
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़
सेक्टर-30 की मार्केट में सेनिटाइजेशन के कार्यक्रम को लेकर राजनीति गरमा गई है। इसका नगर निगम की ओर से अधिकारिक तौर पर प्रेस नोट भेजा गया। इस कार्यक्रम में मेयर रविकांत शर्मा के अलावा भाजपा पार्षद शक्तिदेव शाली ने भी हिस्सा लिया लेकिन प्रेस नोट में देवशाली को एरिया पार्षद बताया है जबकि इस वार्ड के पार्षद कांग्रेस देवेंद्र सिंह बबला हैं। मार्केट के अलावा रेजिडेंशियल एरिया को भी सेनिटाइज किया गया। प्रेस नोट सामने आने के बाद शक्तिदेव शाली को एरिया पार्षद बताए जाने पर कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला ने मेयर पर गंभीर आरोप लगाया है। बबला ने बयान जारी कर कहा कि हमारा मेयर पागल हो गया है इसका इलाज कराना बहुत जरूरी है। नगर निगम में भ्रष्टाचार कर करके उसको अब पता ही नहीं चल रहा कि किस वार्ड का कौन पार्षद है। उन्होंने कहा कि सेक्टर-30 के कार्यक्रम में मेयर के कुछ लोग खड़े है। तस्वीर में सेक्टर-29 के पार्षद शक्तिदेव शाली भी खड़े हैं लेकिन उन्हें सेक्टर-30 का पार्षद बताकर सरकारी प्रेस नोट जारी किया गया। बबला ने कहा कि आज तक पिछले सालों में किसी भी पार्टी का मेयर रहा हो लेकिन जब भी मेयर किसी एरिया के पार्षद के वार्ड में जाता है तो वहां पर वार्ड पार्षद को भी बुलाया जाता है लेकिन उन्हें इसकी सूचना नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि इससे पता लगता है कि मेयर रविकांत शर्मा अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। जिसे वार्ड के पार्षद का ही नहीं पता ऐसे में वह नगर निगम किस तरह से चलाता होगा। मालूम हो कि पिछले माह भी सदन की बैठक में मेयर और कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला के बीच जमकर टकराव हुआ था। वहीं बवाल ज्यादा बढ़ने पर रात को नगर निगम ने सेनिटाइजेशन कार्यक्रम का संशोधित प्रेस नोट जारी किया जिसमें शक्ति देव रानी का पार्षद बताया गया।
बबला सरकारी कार्यक्रमों में नहीं आते : मेयर
मेयर रविकांत शर्मा ने बताया कि अगर शहर की जनता की सेवा करना पागलपन है तो वह भगवान का शुक्रिया अदा करेंगे कि ऐसा पागलपन उनमे हमेशा रहे। एरिया के लोगों ने सेनिटाइजेशन की मांग की थी तभी करवाई गई है। इससे पहले जब जब बबला को सरकारी कार्यक्रमों में बुलाया जाता है तो वह नहीं आते। इससे बबला की घबराहट समझ आ रही है। बबला जैसे नेताओं के कारण ही कांग्रेस का जनाधार गिरता जा रहा है।