पंजाब यूनिवर्सिटी की वेब गोष्ठी में अवधेश कनौजिया बने प्रेमचंद लघुकथा के विजेता
प्रतियोगिता के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित विश्वविद्यालयों/ महाविद्यालयों से 52 कहानियां प्राप्त हुई थीं।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग द्वारा प्रेमचंद जयंती के अवसर पर शुक्रवार को वेब गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लघु कहानी प्रतियोगिता के विजेता की घोषणा यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. राज कुमार द्वारा की गई।
विभागाध्यक्ष डॉ. गुरमीत सिंह ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित विश्वविद्यालयों/ महाविद्यालयों से 52 कहानियां प्राप्त हुईं। इनमें से निर्णायक मंडल द्वारा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के अवधेश कनौजिया की कहानी 'काश समधी जी ज़िन्दा होते' को 2000 रुपये का प्रथम पुरस्कार, गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार के सन्नी सिंह रोहा की कहानी 'दादा नहीं आया?' को 1500 रुपए का द्वितीय पुरस्कार और पंजाब विश्वविद्यालय के संध्याकालीन विभाग के प्रियांशु की कहानी 'विपत्ति की संपत्ति' को 1000 रुपए का तृतीय पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए जाएंगे।
एसबीआइ ने आयोजित की वचरुअल कॉन्फ्रेंस
एसबीआइ ने बद्दी-नालागढ़-बरोटीवाला के फार्मा कलस्टर के साथ वचरुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इसमें करीबन 45 ग्राहकों ने हिस्सा लिया। जिसमें हिमाचल ड्रग मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. राजेश गुप्ता भी शामिल हुए। कॉन्फ्रेंस में ग्राहकों को बैंक की विभिन्न स्कीम से अवगत करवाया गया। साथ ही एमएसएमई यूनिट्स के लिए विभिन्न सरकारी पॉलिसी के बारे में बताया गया। कॉन्फ्रेंस में एसबीआइ के एमडी सीएस सेट्टी ने फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के सदस्यों की सराहना की, साथ ही विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। कॉन्फ्रेंस में बैंक के डीएमडी राणा आशुतोष कुमार सिंह ने भी शिरकत की।