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पंजाब कांग्रेस में सिद्धू पर कसा घेरा, अनुशासनात्‍मक कार्रवाई का खतरा, तीन मंत्रियाें ने खोला मोर्चा

Navjot Singh Sidhu पंजाब कांग्रेस में खींचतान बढ़ गई है और नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर निशाने पर आ गए हैं। इसके साथ ही उनके खिलाफ अनुशासनात्‍मक कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है। पंजाब के तीन कैबिनेट मंत्रियों ने सिद्धू पर कड़ा हमला किया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 06:50 PM (IST)Updated: Tue, 11 May 2021 08:11 AM (IST)
पंजाब कांग्रेस में सिद्धू पर कसा घेरा, अनुशासनात्‍मक कार्रवाई का खतरा, तीन मंत्रियाें ने खोला मोर्चा
पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, जेएनएन। Navjot Singh Sidhu: पंजाब कांग्रेस में कलह और बढ़ गई है। पार्टी में पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का खतरा बढ़ गया है और पंजाब कांग्रेस में इसकी मांग उठने लगी है। पंजाब के तीन कैबिनेट मंत्रियों ब्रह्म मोहिंद्रा, सुंदर शाम अरोड़ा और साधू सिंह धर्मसोत ने पार्टी हाईकमान से सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्‍मक कार्रवाई की मांग की है। इन मंत्रियों ने कहा है कि सिद्धू पंजाब में कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रहे है। अतः उनके विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए।

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सिद्धू के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर किए जा रहे हमलों के बार सामने आए तीन वरिष्‍ठ मंत्री

ब्रह्म मोहिंद्रा, सुंदर शाम अरोड़ा और साधू सिंह धर्मसोत ने नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर किए जा रहे हमलों को अनुशासनहीनता बताया है। पिछले करीब 15 दिनों से कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रहे विवाद के दौरान यह पहला मौका है जब सिद्धू के खिलाफ अनुशासनहीनता का आरोप लगा है व कार्रवाई की मांग उठी है।

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बता दें कि पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू लगातार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर जुबानी हमले कर रहे हैं। रविवार को उन्होंने ट्वीट कर 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में उठाए ‘75-25’ की हिस्सेदारी वाले आरोप को दोबारा हवा दी थी। सिद्धू पहले बेअदबी और कोटकपूरा गोलीकांड को लेकर मुख्यमंत्री को घेर रहे थे, लेकिन अब उन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में सरकार पर हमले करने शुरू कर दिए हैं।

रविवार को सिद्धू ने ट्विटर पर लिखा था, ‘ब्यूरोक्रेसी और पुलिस में सबसे पहले बादल परिवार की चलती है। सरकार लोगों के कल्याण के लिए नहीं, बल्कि माफियाराज के नियंत्रण में चल रही है।’ एक दिन पहले सिद्धू ने कहा था, ‘कोटकपूरा गोलीकांड में इंसाफ गृह मंत्री की नाकामी की वजह से नहीं मिला।’ गृह विभाग मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के पास है।

वहीं, यह पहला मौका है जब सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्‍मक कार्रवाई करने के लिए कांग्रेस के तीन कैबिनेट मंत्री एक मंच पर आए है। वैसे, इससे पहले सुंदर शाम अरोड़ा और साधू सिंह धर्मसोत ने सिद्धू के बयानबाजी पर अपना विरोध दर्ज करवाया था। इस बार पंजाब कैबिनेट में नंबर 2 पर आनेवाले ब्रह्म मोहिंद्रा भी उनके साथ जुड़ गए हैं।

तीनों कैबिनेट मंत्रियों ने सीधा आरोप लगाया है कि सिद्धू की इस पार्टी विरोधी बयानबाजी से कांग्रेस को नुकसान पहुंचेगा। उन्‍होंने कहा कि राज्य में पंजाब विधानसभा चुनाव होने को लेकर एक साल से भी कम का समय रह गया है। ऐसे में पार्टी हाईकमान को सिद्धू के ऊपर नकेल कसनी चाहिए। सिद्धू के विरुद्ध अनुशासनहीनता के लिए कार्रवाई भी करनी चाहिए।

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