सुखपाल खैहरा का केजरीवाल पर हमला, कहा- निजी हितों के लिए करोड़ों की आशाओं पर पानी फेरा
आम आदमी पार्टी से अलग होकर अपना दल बनाने वाले सुखपाल सिंह खैहरा ने फिर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। आम आदमी पार्टी को छोड़कर अपनी पार्टी बनाने वाले सुखपाल सिंह खैहरा ने एक बार फिर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। खैहरा ने कहा कि केजरीवाल ने निजी हितों के कारण पंजाब के करोड़ों लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। केजरीवाल ने पंजाब के लोगों के साथ धोखा किया है।
आप के टिकट पर भुलत्थ (कपूरथला) से विधायक चुने गए सुखपाल खैहरा ने वीरवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पार्टी के एक और विधायक नाजर सिंह मानशाहिया ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
बता दें कि सुखपाल खैहरा आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की नीतियों से नाराज होकर अलग हो गए थे और पंजाबी एकता पार्टी का गठन किया था। खैहरा ने अपने तीन पेज के इस्तीफे में कहा है कि उन्होंने 2017 में देश की सियासत में अच्छे बदलाव के लिए अरविंद केजरीवाल से हाथ मिलाया था, लेकिन केजरीवाल ने निजी सियासी हितों के कारण करोड़ों लोगों की आशाओं पर पानी फेर दिया है। उन्होंने आप वालंटियरों को पूरी तरह से धोखे में रखकर ड्रग्स मामलों के आरोपित पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया से माफी मांग ली। उन्होंने प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव जैसे अच्छे नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया।
खैहरा ने कहा कि केजरीवाल अब उस कांग्रेस से भीख मांग रहे हैं जिसके खिलाफ उन्होंने अन्ना हजारे के साथ मिलकर भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम चलाई थी। खैहरा ने कहा, हमने मजबूर होकर पंजाबी एकता पार्टी बनाई और बसपा, भाकपा आदि पार्टियों से मिलकर पंजाब डेमोक्रेटिक एलायंस (पीडीए) बनाया। मैंने बठिंडा लोकसभा सीट से पीडीए प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है इसलिए नैतिकता और आदर्श को कायम रखने के लिए भुलत्थ के विधायक के तौर पर इस्तीफा देने का फैसला किया है।
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मिशन के बजाए कमीशन पर काम करने वालों की खुली पोल : भगवंत
आप के प्रदेश प्रधान भगवंत मान ने पार्टी विधायक के इस्तीफे पर कहा कि आज पंजाब समेत पूरी दुनिया में रहते पंजाबियों के समक्ष इस जुंडली की पोल खुल गई है। ये लोग साफ-सुथरी ईमानदार छवि वाली पार्टी के दम पर विधायक बने, लेकिन मौकापरस्त निकले। न सिर्फ पार्टी की पीठ में छुरा घोंपा बल्कि अपने हलके भर में रहते पंजाबियों की पीठ में भी छुरा घोंपा है। एक बड़ी साजिश के ये लोग पार्टी में शामिल हुए थे। पूरे मामले में मिशन के बजाए कमीशन पर काम करने वालाें की पोल खुल गई है।