चंडीगढ़ शिक्षा विभाग का फैसला, Corona के खतरे के बाद सरकारी स्कूलों में होंगे एंटीजन टेस्ट
काेराेना के बढ़ते केसाें के बाद शिक्षा विभाग अलर्ट हाे गया है। 21 सितंबर से शुरू हुए स्कूलों में अब तक 15 से ज्यादा केस कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं और यह सारे टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के सदस्य थे।
चंडीगढ़, जेएनएन। सरकारी स्कूलों में टीचर्स कोरोना पॉजिटिव आने के बाद शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चेकिंग का निर्णय लिया गया है। इसके तहत शहर के हर स्कूल में पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग की टीम रैपिड एंटीजन टेस्ट करेगी और उसके बाद ही टीचर्स को स्कूल लाने के लिए हरी झंडी मिल सके।
विभागीय सूत्रों की माने तो 21 सितंबर से शुरू हुए स्कूलों में अब तक 15 से ज्यादा केस कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं और यह सारे टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के सदस्य थे। टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ पॉजिटिव आने के बाद कहीं ना कहीं स्टूडेंट पर भी खतरा मंडरा रहा है जिसको देखते हुए 1 नवंबर से शहर के अलग-अलग स्कूलों में टेस्टिंग होनी शुरू हो जाएगी ।
114 स्कूलों में कार्यरत है 3500 टीचर्स
चंडीगढ़ शिक्षा विभाग के पास 114 सरकारी स्कूल है जिसमें प्राइमरी हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूल है इन दिनों नौवीं से 12वीं कक्षा के स्टूडेंट है क्लास अटेंड करने स्कूल ऑफलाइन आ रहे है जो कि जरूरत के अनुसार क्लास पहुंचते हैं, जबकि टीचर्स ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से क्लास लगाने में जुटे हुए हैं।
एचआरडी मिनिस्टर से स्कूलाें काे बंद करने की अपील
एमएचआरडी को एक तरफ जहां पर स्कूलों में रैपिड टेस्ट शुरू होने की प्रक्रिया शुरू हुई है तो वहीं दूसरी तरफ रविवार को यूटी कैडर एजुकेशन यूनियन की तरफ से एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल को स्कूलों को बंद करने की अपील की गई थी रमेश पोखरियाल को लिखे पत्र में यूनियन ने कहा था कि स्टूडेंट्स का स्कूल आना पूरी तरह से बंद कर दिया जाए और स्टूडेंट को जरूरत के अनुसार ही स्कूल बुलाया जाए।