चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस में करप्शन की शिकायत वाला गुमनाम पत्र वायरल, मुलाजिम के गंभीर आरोप
चंडीगढ़ ट्रैफिक विंग में एक डीएसपी के नेतृत्व में करप्शन की शिकायत वाला पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। शिकायतकर्ता ने लिखा कि वह भी चंडीगढ़ पुलिस में कांस्टेबल के तौर पर तैनात है। ट्रैफिक विंग में एक डीएसपी की शह पर मुलाजिमों में फरलो चल रहा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ पुलिस विभाग के ट्रैफिक विंग में एक डीएसपी के नेतृत्व में करप्शन की शिकायत वाला पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। शिकायतकर्ता ने खुद को ट्रैफिक पुलिस में तैनात कॉन्स्टेबल के तौर पर लिखा है। हालांकि इन संबंध में विभाग के आला अधिकारियों ने इस तरह की किसी भी शिकायत की आने से साफ इंकार किया है। शिकायतकर्ता ने लिखा कि वह भी चंडीगढ़ पुलिस में कांस्टेबल के तौर पर तैनात है। ट्रैफिक विंग में एक डीएसपी की शह पर मुलाजिमों में फरलो चल रहा है। इसके साथ पैसे का खेल बताकर मुलाजिम ड्यूटी हटवाने की बात करते है। वही, सीबीआइ में दो कांस्टेबलों को शिकायत पेंडिग होने के बावजूद उन्हें वीआइपी तरीके से ड्यूटी करवाने का भी आरोप है। वायरल शिकायत पत्र के अनुसार इस शिकायत की कॉपी प्रशासक, एडवाइजर, होम सेक्रेट्री, डीजीपी और एसपी ट्रैफिक को भी भेजी गई है।
पहले भी गुमनाम पत्र पर हुई बड़ी कार्रवाई
साल 2019 में में भी किसी अज्ञात ने यूटी पुलिस के उच्च अधिकारियों को एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें कुछ काॅन्स्टेबल्स के नाम लिखे गए थे। साथ ही लिखा था कि आईआरबी से कुछ मुलाजिम फरलो करते हैं। उच्च अधिकारियों ने आईपीएस ऑफिसर को जांच का जिम्मा सौंपा था। ऑफिसर ने जांच पुरी करने के बाद दोबारा उच्च अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी जिसमें सामने आया था कि असली में आईआरबी में मुलाजिम फरलो मार रहे है। इसी रिपोर्ट के आधार पर आईआरबी (इंडियन रिजर्व बटालियन) के फरलो मामले में 5 काॅन्स्टेबलों को सस्पेंड किया गया और 22 काॅन्स्टेबलों को पुलिस लाइन में ट्रांसफर कर दिया गया था।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें