कहीं सुखना लेक को बर्बाद न कर दे अमेरिकी कमल, किनारों पर लग रहे गंदगी के ढेर
बरसात आने के साथ ही सुखना लेकर में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इस मौसम में अमेरिकी कमल भी तेजी से फैलता है और लेक किनारे बहाव के साथ आए पत्तों के ढेर लग रहे हैं।
चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। बरसात में सुखना लेक में जलस्तर तेजी से बढ़ने के साथ अमेरिकी कमल भी खूब पनप रहा है। यह इतनी तेजी से फैल रहा है कि लेक के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर चुका है। अब डर इस बात का है कि कहीं यह अमेरिकी कमल लेक को बर्बाद न कर दे। तीन साल पहले वीड सुखना में सभी जगह फैल गई थी। जिसको निकलाने के लिए लाखों रुपये खर्च करने पड़े। जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो अमेरिकी कमल भी सुखना में चारों तरफ फैल जाएगा। पहले सुखना चौ में ही अमेरिकी कमल मिलता था। लेकिन अब रेगुलेटरी एंड पर बर्ड वॉचिंग प्वाइंट की तरफ से वॉकिंग ट्रैक तक यह पहुंच चुका है। हवा की तेज लहरों से यह लेक के एक किनारे से दूसरे किनारे पहुंच रहा है। जिसके बाद वहीं आगे बढ़ रहा है।
पानी के साथ बह आई गंदगी के लगे ढ़ेर
सुखना लेक का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन पानी के साथ बहकर आ रही गंदगी से वॉकिंग ट्रैक के पास ढ़ेर लग रहे हैं। सुखना में पानी कैचमेंट एरिया से पहुंचता है। इस दौरान पानी के रास्ते में लकड़ी, टहनी पत्ते जो मिलता है वह बहाव के साथ सुखना लेक में पहुंच जाता है। इससे लेक में गंदगी भी बढ़ रही है। अब यह गंदगी के ढ़ेर दुर्गंध फैलाने लगे हैं।
पांच फीट और बढ़ा तो खोलने पड़ेंगे फ्लड गेट
सुखना लेक का जलस्तर 1158 फीट तक पहुंच गया है। इतनी ही तेजी से जलस्तर बढ़ता रहा तो सुखना के फ्लड गेट खोलने पड़ेंगे। 1163 फीट क्रॉस करते ही सुखना के फ्लड गेट खोलने पड़ते हैं। 2018 में दस साल बाद सुखना के फ्लड गेट खोल पानी छोड़ना पड़ा था। पिछले साल 2019 में भी यह नौबत आ गई थी। अब अगर पांच फीट जलस्तर और बढ़ा तो फिर सुखना चौ में पानी छोड़ना पड़ेगा।