फिटनेस के लिए एक मुट्ठी बादाम
ादाम की खासियत बताते हुए आहार विशेषज्ञ आस्था खुंगर ने गर्मी में डाइट से जुड़ी अहम जानकारी दी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पारा 40 डिग्री के पार पहुंच गया है। ऐसे में लोग खाने से ज्यादा पीने से जुड़ी चीजें पसंद करते हैं। ऐसा माना जाता है कि गर्मी में शरीर डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाता है,ऐसे में ज्यादातर लोग बस पेय पदार्थ पर ही जोर देते हैं। मगर शरीर को विटामिन और मिनरल भी उसी अनुपात में मिलना जरूरी है, नहीं तो शरीर में कमजोरी आने लगती है। ऐसे में दिनभर बस एक मुट्ठी बादाम (एक आउंस) आपको जरूरी तत्व प्रदान करते हैं। बादाम की खासियत बताते हुए आहार विशेषज्ञ आस्था खुंगर ने गर्मी में डाइट से जुड़ी अहम जानकारी दी। मंगलवार को जेडबल्यू मैरियट-35 में आयोजित एक विशेष सेशन के दौरान आस्था के साथ शेफ देबाशीष बिस्वास और फिटनेस एक्सपर्ट हरदीप सिंह माली ने गर्मी में बादाम के इस्तेमाल पर बात की। दिल की बीमारी और मोटापे से जूझ रहे लोग जरूर खाएं बादाम
आस्था ने कहा कि इन दिनों हमारा लाइफस्टाइल बहुत बिगड़ गया है। हमारे खाने का कोई तय समय नहीं। इससे शरीर का संतुलन खराब होता है और पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं करता। ऐसे में हमें जंक फूड और समय को सुधारना ही चाहिए। साथ ही बादाम को भी अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। बादाम में मौजूद कैलरी शरीर को वसा नहीं बल्कि एनर्जी देती है। इसमें प्रोटीन, पोटेशियम, मैग्नेशियम, कैल्शियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे जरूरी तत्व हैं, जो रोजाना की जरूरत को पूरा करती है। ये सीधे आपके शरीर और दिल दोनों के लिए अच्छा होता है। शरीर का वजन ज्यादा होना दिल के लिए खतरनाक है, ऐसे में एक्सरसाइज के साथ बादाम का इस्तेमाल राहत देता है। दिनभर में थोड़ा थोड़ा बादाम खाया जा सकता है। सिर्फ स्नैक्स नहीं मसालों के साथ भी खाएं
शेफ देबाशीष बिस्वास बादाम से जुड़ी कई डिश तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि आमतौर पर लोग स्नैक्स के लिए मसालेदार नमकीन या अन्य स्नैक्स लेते हैं। बेहतर होगा कि इसकी जगह हम बादाम को लें, उसे भी हम मसालेदार करके खा सकते हैं। इसमें दो डिश तैयार हो सकती है। दोनों को बनाने की आसान विधि है। 1- काला मसाला बादाम : बादाम 60 ग्राम, नमक स्वादानुसार, ऑलिव ऑयल- 5 मिली लीटर, दालचीनी पाउडर, एक छोटा चम्मच और जायफल आधा छोटा चम्मच।
बनाने की विधि : बादाम को मासलों और ऑलिव ऑयल, नमक के साथ टॉस करके मिला लें और फिर 7 मिनट तक पैन में हल्का भुन लें। 2- हल्दी मिर्ची बादाम : उबले-छिले हुए बादाम 60 ग्राम, ऑयल 1 बड़ा चम्मच, हल्दी पाउडर आधा चम्मच, दालचीनी पाउडर 1 छोटा चम्मच, काली मिर्च आधा चम्मच, लाला मिर्च पाउडर आधा चम्मच, नमक एक तिहाई चम्मच और अमचूर पाउडर आधा चम्मच।
बनाने की विधि : ऑयल गर्म करें, सभी मसालें और सीजनिंग को पैन में डालें। छिले हुए बादाम डालें। अच्छी तरह हिलाएं और ठंडा करके सर्व करें। ऑट्स के साथ बेस्ट कॉम्बो
फिटनेस एक्सपर्ट हरदीप सिंह ने कहा कि वह 20 वर्षो से पर्याप्त बादाम का सेवन कर रहे हैं। जिम के दौरान लोगों को फाइबर से जुड़े पदार्थ खाने को कहा जाता है। इसमें आर्ट्स को सही माना गया है, मेरे अनुसार इसमें बादाम भी मिलाया जा सकता है। साथ ही बादाम को दूध के साथ पिया जा सकता है, जो शरीर को जरूरी ताकत देता है। सप्लीमेट्स के अलावा हमें बादाम को जरूर अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। नहीं सुधरे तो ¨हदुस्तान से प्लास्टिकस्तान बन जाएगा
सुखना लेक में मंगलवार को रूपक कला एंड वेलफेयर सोसाइटी और एनजेडसीसी द्वारा नुक्कड़ नाटक सेव एनवायर्नमेट में पर्यांवरण को बचाने का संदेश दिया गया। जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : एक बच्चा जो धरती पर इसलिए जन्म नहीं लेना चाहता क्योंकि यह अब बहुत प्रदूषित हो चुकी है। नाटक सेव एनवायर्नमेट का यह संदेश लोगों को पर्यांवरण के बारे में सोचने पर मजबूर करता है। मंगलवार को नाटक का मंचन सुखना लेक में किया। इसमें रूपक कला एंड वेलफेयर सोसाइटी के कलाकारों ने अभिनय किया और इसका निर्देशन किया संगीता गुप्ता ने। नाटक एक बच्चे की जिंदगी पर आधारित है, जो पैदा होने से मना करता है और धरती में आने से मना करता है। मगर फिर भी माता पिता उसे जबरदस्ती दुनिया में ले आते हैं, दुनिया में आते ही वो इसे कोसता है। वजह यहां बढ़ा हुआ प्रदूषण। इसके बाद नाटक में प्रदूषण की वजह लोगों की बुरी आदत को बताया जाता है। इसमें ये भी डर बताया जाता है कि अगर हम आज नहीं सुधरे तो ¨हदुस्तान से प्लास्टिकस्तान बन जाएगा। नाटक में सुखजीत, गगनदीप, हैप्पी, व¨रदर, अश्वनी, साहिल, हरनाम, दुष्यंत, जुगनूु, शिवम, राधिका और संगीत गुप्ता ने अभिनय किया।