वाटर स्पोर्ट्स की हब बनी सुखना लेक, इस बार भी PU करेगा रोइंग चैंपियनशिप की मेजबानी Chandigarh News
वाटर स्पोर्ट्स से जुड़ी तमाम खेलों की कोचिंग सुखना लेक पर दी जाती है और मौजूदा समय में 25 से ज्यादा राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रोज सुखना लेक पर प्रैक्टिस करते हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। सुखना लेक शहर में वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए अहम भूमिका निभा रही हैं। सुखना लेक के पानी में रोइंग, केनोइंग, कयाकिंग, बोटिंग जैसी खेलों का आयोजन लगातार होता रहा है। इस साल भी ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी रोइंग चैंपियनशिप सुखना लेक पर आयोजित होगी। पुरुष व महिला कैटेगरी की यह प्रतियोगिता पहली फरबरी 2020 को आयोजित होगी, जिसमें देशभर के विश्वविद्यालय हिस्सा लेंगे। सुखना लेक इससे पहले एशियन रोइंग चैंपियनशिप की भी मेजबानी कर चुका है। वाटर स्पोर्ट्स से जुड़ी तमाम खेलों की कोचिंग सुखना लेक पर दी जाती है और मौजूदा समय में 25 से ज्यादा राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रोज सुखना लेक पर प्रैक्टिस करते हैं।
सुखना लेक बनी स्पोटर्स ऑफ एक्सीलेंस का पहला सेंटर
यूटी स्पोटर्स डिपार्टमेंट की तरफ से स्पोटर्स ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर सुखना लेक को वाटर स्पोटर्स के लिए विकसित किया गया है। विभाग की मानें तो इसके पीछे दो वजहें थी एक तो कोई नया इंफ्रास्टक्चर तैयार नहीं करना पड़ा, दूसरा सुखना लेक को स्पोटर्स ऑफ एक्सीलेंस बनाने की वजह से किसी अन्य खेल की कोचिंग का शेड्यूल भी नहीं बदलना पड़ा। गौरतलब है कि सुखना लेक पर पंजाब यूनिवर्सिटी, शहर के तमाम कॉलेज, यूटी स्पोटर्स डिपार्टमेंट,सीआरपीएफ और पंजाब पुलिस के जवान भी सुखना में ही अभ्यास करते हैं।
सुखना लेक पर आयोजित हुए कई बड़े इवेंट
चंडीगढ़ स्पोटर्स डिपार्टमेंट के कोच अरविंद सहगल ने बताया कि सुखना लेक वाटर स्पोर्ट्स को प्रमोट करने में अहम भूमिका निभा रहा है। सुखना लेक पर कई बड़े इवेंट आयोजित किए गए। इसमें ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स, ऑल इंडिया ड्रैगन वोट चैंपियनशिप, चंडीगढ़ स्टेट वाटर स्पोटर्स चैंपियनशिप भी सुखना लेक पर आयोजित हुई। इतना ही नहीं जकार्ता में आयोजित होने वाली एशियन गेम्स का नेशनल कैंप भी सुखना पर लगा था। वहीं वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए टीम का सलेक्शन के लिए लिया गया ट्रायल भी सुखना लेक पर ही आयोजित हुआ था।
चैंपियन भी सुखना लेक को देते हैं अपनी जीत का श्रेय
रतन सिंह पिछले चार साल से पीयू इंटर कॉलेज यॉटिंग चैंपियनशिप के विजेता रहे हैं। रतन ने बताया कि वह पिछले छह सालों से सुखना लेक पर यॉटिंग की प्रैक्टिस कर रहे हैं। वह ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में 4 गोल्ड व चार सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उनका शानदार प्रदर्शन रहा है, अब उनकी नजर अंतररराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं पर हैं। वह अपनी जीत का श्रेय सुखना लेक पर मिल रहे बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर को देते हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर की कोचिंग व सुविधाएं हैं उपलब्ध : मुकेश चौधरी
पंजाब पुलिस में बतौर सेलिंग कोच सेवाएं दे रहे मुकेश चौधरी ने बताया कि सुखना लेक पर खिलाडिय़ों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की कोचिंग दी जाती है। मौजूदा समय में शहर के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत रहे हैं। उन्होंने बताया कि सेलिंग में खिलाडिय़ों को बेहतर भविष्य है। यह खेल ओलंपिक गेम्स में भी शामिल है। हमारे खिलाड़ी इसलिए बेहतर कर पा रहे हैं क्योंकि उनके पास बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर है। यह सुखना की बदौलत है।
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