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सब राजी फिर सिथेटिक ट्रैक निर्माण में देरी क्यों?

विकास शर्मा चंडीगढ़ स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स-7 में सालों से सिंथेटिक ट्रैक बन रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Jul 2019 09:05 PM (IST)Updated: Sat, 20 Jul 2019 06:29 AM (IST)
सब राजी फिर सिथेटिक ट्रैक निर्माण में देरी क्यों?
सब राजी फिर सिथेटिक ट्रैक निर्माण में देरी क्यों?

विकास शर्मा, चंडीगढ़ : स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स-7 में सालों से सिंथेटिक ट्रैक बन रहा है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही की वजह से अभी तक जमीनी स्तर पर इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ है। सालों से सिंथेटिक ट्रैक निर्माण की फाइलें एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस में दौड़ रही हैं। लापरवाही का आलम यह है कि अधिकारियों के पास इस बाबत भी कोई स्टीक जवाब नहीं है। जितने अधिकारी हैं, उतने ही जवाब है। दूसरी तरफ उड़न सिख पद्मश्री मिल्खा सिंह के शहर में इकलौता सिंथेटिक ट्रैक नहीं होना खिलाड़ियों को काफी अखरता है। गौरतलब है कि सिंथेटिक ट्रैक निर्माण में हो रही देरी के बाबत पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर भी आपत्ति जता चुके हैं। मजबूरन दौड़ना पड़ रहा कच्चे ट्रैक पर

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एथलीट विक्रमजीत सिंह ने बताया कि शहर में एक भी सिंथेटिक ट्रैक नहीं है। जिस वजह से खिलाड़ियों को मजबूरन कच्चे ट्रैक पर दौड़ना पड़ता है। ऐसे में बारिश के मौसम में खासी दिक्कत आती है। कच्चा ट्रैक मिट्टी व सीमेंट से बना होता है, जिससे बारिश के बाद इस ट्रैक पर दौड़ने से चोट लगने का डर रहता है। इसलिए खिलाड़ी अपनी लय में प्रैक्टिस नहीं कर पाते हैं और लय बिगड़ने से वह अपनी प्रैक्टिस में पिछड़ जाते हैं। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं पर होती है दिक्कत

एथलीट चिराग गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के तमाम टूर्नामेंट सिंथेटिक पर होते हैं। ऐसे में जब भी कोई बड़ा टूर्नामेंट होता है तो हमें प्रैक्टिस करने के लिए पंचकूला जाना पड़ता है। इससे हमारे समय की काफी बर्बादी होती है। इसके अलावा सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि हम कच्चे ट्रैक पर प्रैक्टिस करते हैं, जब भी कोई बड़ा टूर्नामेंट होता है तो सिथेटिक ट्रैक पर दौड़ने का अभ्यास नहीं होने की वजह से हमारी वह स्पीड नहीं बन पाती और हम पिछड़ जाते हैं। पद्मश्री मिल्खा सिंह भी कर चुके कई मंचों से मांग

उड़न सिख पद्मश्री मिल्खा सिंह भी कई मंचों से खिलाड़ियों के लिए सिथेटिक ट्रैक जल्द बनाने की मांग कर चुके हैं। मिल्खा सिंह कहते है कि दौड़ ही सब खेलों की मां है, जब खिलाड़ी दौड़ लगाएंगे तो उनकी फिटनेस अच्छी होगी और फिटनेस अच्छी होगी तो खिलाड़ी चाहे किसी भी खेल में हों मेडल जरूर आएंगे। इसलिए शहर में जल्द से जल्द सिथेटिक ट्रैक बनाया जाना चाहिए। स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स-7 में सिंथेटिक ट्रैक बनाने को लेकर स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट ने अपनी तरफ से तमाम तरह की औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। अब इंजीनियरिग डिपार्टमेंट की तरफ से इसका निर्माण कार्य शुरू होना बाकी है। उम्मीद है कि इसका काम जल्द शुरू हो जाएगा।

तेजदीप सिंह सैनी, डायरेक्टर, यूटी स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स-7 में सिथेटिक ट्रैक का निर्माण कार्य कब तक शुरू होगा, इस सवाल का मेरे पास अभी कोई स्टीक जवाब नहीं है। दरअसल हेरिटेज कंजर्वेशन कमेटी ने इसके निर्माण पर ऑब्जेक्शन जताया था। अभी इसकी क्या स्थिति है, इसकी अभी मुझे जानकारी नहीं है। इसका जवाब हेरिटेज कंजर्वेशन कमेटी ही दे सकती है।

मुकेश आनंद, चीफ इंजीनियर स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स-7 में सिथेटिक ट्रैक बिछाने में किसी तरह का कोई निर्माण नहीं होना है। ऐसे में कमेटी को कोई इसके निर्माण में किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं है। हमें इसकी ड्राइंग को मंजूरी दे दी है। अभी इंजीनियर विभाग को इस पर तुरंत काम शुरू कर देना चाहिए।

कपिल सेतिया, चीफ आर्किटेक्ट


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