नगर निगम के कंपोस्टिग प्लांट का जायजा लेने पहुंचे एडवाइजर
एडवाइजर धर्म पाल शुक्रवार को नगर निगम के तहत आने वाले विभिन्न प्लांट का जायजा लेने पहुंचे। डड्डूमाजरा डंपिग ग्राउंड और गारबेज प्रोसेसिग प्लांट की वर्किंग देखी। कमिश्नर केके यादव ने एडवाइजर को पूरे प्लांट की जानकारी दी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : एडवाइजर धर्म पाल शुक्रवार को नगर निगम के तहत आने वाले विभिन्न प्लांट का जायजा लेने पहुंचे। डड्डूमाजरा डंपिग ग्राउंड और गारबेज प्रोसेसिग प्लांट की वर्किंग देखी। कमिश्नर केके यादव ने एडवाइजर को पूरे प्लांट की जानकारी दी। एडवाइजर ने डंपिग ग्राउंड में चल रहे लेगेसी माइनिग के काम को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही कचरा ज्यादा प्रोसेस हो इस पर काम करने के लिए कहा। इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट प्लांट की जानकारी देते हुए केके यादव ने बताया कि इस वेस्ट से पीसीसी प्रोड्क्ट्स तैयार किए जाते हैं। जो पेवमेंट, रोड वर्क, फेंसिग वर्क में काम आती हैं। पीसीसी कर्ब, चैनल, टाइल्स, पेवर ब्लॉक, सीमेंट कंक्रीट वर्क भी इससे होता है। एडवाइजर धर्म पाल ने प्लांट की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए।
इसके बाद एडवाइजर थ्री बीआरडी स्थित मेटीरियल रिकवरी फेसिलिटी सेंटर पहुंचे। कमिश्नर यादव ने बताया कि यह प्रोजेक्ट सालिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम के तहत ही आता है। इससे रिकवरिग, रीयूजेबल, रीसाइक्लेबल वेस्ट के रूम में रेवेन्यू का प्रावधान भी है। डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन के बाद गीला और सूखा यहां पहुंचता है। इस सेंटर पर यह कचरा कई केटेगरी में अलग-अलग होता है। इससे ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बचता है। डिस्पोजल वेस्ट के लिए स्पेस की भी कम जरूरत रहती है।
इंजीनियरिग डिपार्टमेंट को एरोबिक कंपोस्ट पिट बनाने के निर्देश
एडवाइजर ने सेक्टर-16 रोज गार्डन में एरोबिक कंपोस्ट पिट्स देखने पहुंचे। उन्हें बताया कि पेड़ों से गिरे पत्ते और होर्टिकल्चर वेस्ट को इन गड्ढों में डालकर कंपोस्ट में बदला जाता है। इसके बाद एडवाइजर ने यूटी चीफ इंजीनियर सीबी ओझा को भी प्रशासन की होर्टिकल्चर विग के होर्टिकल्चर वेस्ट के लिए ऐसे ही एरोबिक कंपोस्ट पिट बनाने के आदेश दिए।
जहां दशकों से घुट-घुट कर मर रहे लोग, एडवाइजर अधिकारियों के साथ शू कवर पहन पहुंचे
डड्डूमाजरा और आस-पास के एरिया में लोग दशकों से डंपिग ग्राउंड की दुर्गंध से परेशान हैं। हर घर में सांस संबंधी बीमारी टीबी के मरीज हैं। एडवाइजर डड्डूमाजरा पहुंचे तो उन्हें प्लांट दिखाने से पहले शू कवर, सिर पर एप्रन पहनाई गई। साथ मौजूद दूसरे अधिकारियों ने भी यह पहने हुए थे। इस पर स्थानीय निवासियों ने सवाल उठाए। दयाल कृष्ण ने डंपिग ग्राउंड की हालत बयां करती तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर वायरल की। उन्होंने कहा कि वह पल पल घुट रहे हैं। अधिकारी कुछ पलों के लिए भी यह दुर्गंध सहन नहीं कर सकते। यहां लोग वर्षों से मांग कर रहे लेकिन कोई नहीं सुन रहा।