चंडीगढ़ में वन कर्मियों पर हमले के मामले में नहीं हुई कार्रवाई, एसएसपी के पास पहुंचा मामला
चंडीगढ़ में माइनिंग माफिया के हमले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं जिसकी ताजा मिसाल उस समय देखने को मिली जब वन विभाग के कर्मचारियों पर माइनिंग माफिया के कारिंदों ने तलवारों से हमला किया। तीन दिन बाद भी पुलिस ने अभी कोई कार्रवाई नहीं की है।
मोहाली, जेएनएन। माइनिंग माफिया के हमले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं, जिसकी ताजा मिसाल उस समय देखने को मिली जब वन विभाग के कर्मचारियों पर माइनिंग माफिया के कारिंदों ने तलवारों से हमला किया। पीडि़त वन कर्मी देव राज ने बताया कि वह साथी कर्मचारियों बेलदार, महिंदर सिंह, भाग चंद के साथ मिलकर शाम के समय गश्त कर रहा था।
इस दौरान सूचना मिली कि जयंती माजरी के मंदिर के नजदीक ट्रेक्टर ट्राली के माध्यम से माइनिंग की जा रही है। मौके पर पहुंचकर एक ट्रैक्टर ट्राली जिस पर रेता भरा हुआ था जिसको रोककर पूछताछ की तो ट्रैक्टर चालक ने बताया कि गांव के ही एक व्यक्ति के घर रेता पहुंचाना है। उन्होंने ट्रैक्टर चालक से कहा कि अगर रेता बेचने के लिए नहीं ले जाया जा रहा तो वह गांव के सरपंच से इसकी मंजूरी दिखाए। तभी ट्रैक्टर चालक के कहने पर कुछ व्यक्ति एक गाड़ी में सवार होकर पहुंचे और उन्होंने गाड़ी से तलवारें निकाली और उन पर हमला कर दिया।
संयोग ही था कि किसी को तलवार नहीं लगी, लेकिन हमलावरों ने उन्हें मारपीट कर घायल कर दिया। उन्होंने इसकी सूचना रेंज ऑफिसर और थाना मुल्लांपुर में शिकायत दी। देव राज के अनुसार पुलिस ने 3 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। अब पीड़ित पक्ष को जान से मारने की धमकी मिल रही है।
सतिंदर सिंह एसएसपी मोहाली ने कहा कि यह मामला आज ही मेरे ध्यान में लाया गया है। मैंने थाना मुल्लांपुर के एसएचओ को कानूनी अनुसार कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं।