इलाज के लिए पीजीआइ चंडीगढ़ लाया आरोपित चकमा देकर पुलिस कस्टडी से भागा, पुलिस वालों पर गिरी गाज
जानकारी के मुताबित हरियाणा पुलिस एक आरोपित को इलाज के लिए पीजीआइ चंडीगढ़ लेकर आई थी। यहां से वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। हरियाणा पुलिस ने सेक्टर-11 थाना पुलिस में आरोपित के पुलिस कस्टडी से भागने की शिकायत दी है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पुलिस कस्टडी से एक आरोपित फरार हो गया। किडनैपिंग और दुष्कर्म मामले में आरोपित पीजीआइ चंडीगढ़ से फरार हुआ है। हालांकि पुलिस ने कस्टडी से भागे आरोपित को खोजा भी लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है। वहीं, जो पुलिस जवान उसकी कस्टडी में लगाए गए थे उनपर भी गाज गिरी है। पीजीआइ में इलाज के लिए दो पुलिस कर्मचारी आरोपित के साथ आए थे। ऐसे में दोनों के खिलाफ भी पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है।
जानकारी के मुताबित हरियाणा पुलिस एक आरोपित को इलाज के लिए पीजीआइ चंडीगढ़ लेकर आई थी। यहां से वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। हरियाणा पुलिस ने सेक्टर-11 थाना पुलिस में आरोपित के पुलिस कस्टडी से भागने की शिकायत दी है।
हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर रामफल की शिकायत पर थाना पुलिस ने आरोपित और दो मुलाजिमों के खिलाफ आइपीसी की धारा-223,224 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में इंस्पेक्टर रामफल ने बताया कि हरियाणा के यमुनागर के वीना नगर कैंपस निवासी रजत अरोड़ा के खिलाफ आइपीसी की धारा 363, 366, 376, 506 व 323, 354-बी, 452, 376, 511, 506 थाना फरकपुर में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था। आरोपित को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जगाधरी जेल में भेज दिया था। जेल में बंद आरोपित रजत अरोड़ा को बीमारी के चलते 10 अक्टूबर को उसे पुलिस सुरक्षा में पीजीआइ चंडीगढ़ में इलाज के लिए भर्ती करवया गया था और एएसआइ रघुबीर सिंह व कांस्टेबल अमित की गार्ड डयूटी लगाई गई थी।
13 अक्टूबर की सुबह करीब नौ बजे आरोपित पीजीआइ ब्लॉक-ए के पास से फरार हो गया। आरोपित के भागने के बारे में वहां तैनात पुलिस कर्मचारियों को भी पता नहीं लगा। जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली तो उसे सभी जगह तलाश किया लेकिन आरोपित का कोई अता पता नहीं चला। इंस्पेक्टर रामफल ने आरोप लगाया कि उक्त दोनों पुलिस मुलाजिमों ने उसे भगाया है। इसके चलते उन्होंने स्थानीय पुलिस को शिकायत दी। शिकायत के आधार पर पुलिस उक्त मुलाजिमों व मुलजिम के खिलाफ एफआइआर दर्ज की।