पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में पीएचडी एडमिशन में धांधली का आरोप, एबीवीपी ने किया प्रदर्शन
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के इकोनॉमिक्स विभाग में पीएचडी दाखिले में धांधली का आरोप लगाते हुए एबीवीपी छात्र संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। आरोप है कि मेरिट लिस्ट में सबसे ऊपर आने वाले छात्रों को दाखिला नहीं दिया गया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ (Punjab University Chandigarh) के इकोनॉमिक्स विभाग में पीएचडी (PhD) दाखिले में मेरिट की अनदेखी कर चेहतों को दाखिला देने को लेकर विवाद हो गया है। एबीवीपी छात्र संगठन के नेताओं ने पंजाब यूनिवर्सिटी में बुधवार को इकोनॉमिक्स विभाग (Department of Economics) के प्रमुख के खिलाफ पीएचडी दाखिले में हुई धांधली को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
छात्र नेताओं ने बताया कि इकोनॉमिक्स विभाग में पीएचडी दाखिले के लिए कुल 36 छात्रों ने इंटरव्यू दिया। जिनमें से जो 2 छात्रों के लिए पीएचडी की सीट अलॉट की गई। जबकि टेंटेटिव मेरिट लिस्ट में वह दोनों छात्र 17 और 32 वें नंबर पर थे। पोस्ट ग्रेुएशन में अच्छे अंक प्राप्त करने और नेट क्लियर करने के बाद भी मेरिट में टॉप पर रहे छात्रों को पीएचडी में दाखिला नहीं मिल रहा है। नई शिक्षा नीति के तहत एमफिल को खत्म कर दिया गया है। इसलिए विद्यार्थियों के पास पीएचडी करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह गया है।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने इकोनॉमिक्स विभाग में नारेबाजी की। विरोध को देखते हुए इकोनॉमिक्स विभाग के चेयरपर्सन वहां से निकल गए। इस बीच एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने डीयूआई आरके सिंगला और डीन से बातचीत की,पर कोई समाधान नहीं निकला। एबीवीपी प्रधान पारस रतन ने कहा कि एबीवीपी विद्यार्थियों के हितों के साथ खिलवाड़ नहीं होने देगी, जल्द से जल्द इस मसला को गंभीरता से नहीं लिया गया तो एबीवीपी बड़ा प्रोटेस्ट करेगी।