मोहाली के मेयर पर आप नेता गुरतेज सिंह पन्नु ने लगाए गंभीर आरोप, कहा- लोगों की जमीन पर जीती की नजर
आम आदमी पार्टी जिला मोहाली के यूथ विंग प्रधान व सीनियर यूथ लीडर गुरतेज सिंह पन्नु ने मोहाली के मेयर अमरजीत सिंह सिद्धू पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उस आदमी को मेयर बना दिया जो भू-माफिया और श्मशानघाट तक पर कब्जा करना चाहता है।
मोहाली, जेएनएन। मोहाली जिले के गांव माणकपुर कल्लर के पास भू-माफिया के लोगों के साथ मिलकर शुरू किया गया करोड़ों रुपये का प्रोजेक्ट लैंडचेस्टर अब नए विवादों में आ चुका है। इतना ही नहीं अब जिन लोगों को इस प्रोजेक्ट में आने वाली जमीनों के पैसे और अन्य तरह के बनने मुआवजे नहीं दिए गए। अब वह सरेआम लैंडचेस्टर प्रोजेक्ट के मालिकों के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं। यही कारण है कि किसी भी गरीब के साथ हो रहे अत्याचारों और नाजायज कब्जों को लेकर मुझे उनका समर्थन देना पड़ रहा है। इतना ही जब तक आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा और गरीब गांवों वालों को इंसाफ न दिला दूं तक तक चैन से बैठने वाला नहीं हूं।
यह बात शनिवार को मोहाली में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आम आदमी पार्टी जिला मोहाली के यूथ विंग प्रधान व सीनियर यूथ लीडर गुरतेज सिंह पन्नु ने कही। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में लैंडचेस्टर मालिकों के सताए गांव माणकपुर के लोग भी उपस्थित थे, जिन्होंने मीडिया के सामने अपनी समस्याएं और आपबीती घटनाओं का जिक्र किया और इंसाफ की गुहार लगाई।
आप नेता गुरतेज सिंह पन्नु ने गंभीर आरोप लगाया कि लैंडचेस्टर के मालिक मौजूदा नगर निगम मोहाली के मेयर हैं। ऐसे आदमी को मोहाली का मेयर बनाया गया है जो पहले ही भू-माफिया और श्मशानघाट तक को कब्जा करने से बाज नहीं आ रहा है। गांव माणकपुर कल्लर में लैंडचेस्टर के साथ ही गांव का एससी/बीसी का श्मशानघाट जुड़ा है जिस पर लैंडचेस्टर के मालिकों और अमरजीत सिंह जीती सिद्धू की नजर है। पहले तो शमशानघाट को इन लोगों ने तोड़ दिया और जब गांव वालों से विरोध किया और दोबारा से श्मशानघाट को बनाने की कोशिश की तो भू-माफिया के लोग इस पंचायत जमीन पर बने श्मशानघाट के रास्ते को भी खत्म करने लगे हैं। पीड़ितों ने इंसाफ के लिए पहले पुलिस और फिर थक हार कर अब अदालत का सहारा लेने का फैसला किया है।
गांव के लोगों के वकील अनिल सागर और यूथ लीडर गुरतेज सिंह पन्नु ने कहा कि गरीबों के साथ धक्का नहीं होने दिया जाएगा और उन्हें इंसाफ जरूर मिलेगा। क्योंकि जिस जमीन की लड़ाई और इंसाफ के लिए पीड़ित लड रहे हैं, वह जमीन पंचायती जमीन है और उसकी जमाबंदी वर्ष 2015-2016 की कापी तक उनके पास मौजूद है। लेकिन जीती अपने मंत्री भाई बलबीर सिंह सिद्धू की सरकार के अंदर पावर के चलते लोगों के हक की बात सुन नहीं रहे हैं। उधर, मोहाली के मेयर अमरजीत सिंह जीती ने उनपर लगाए गए उक्त सभी आरोपों को निराधार बताया।