चंडीगढ़ में वाहनों की स्पीड लिमिट बढ़ाने की मांग, आप संयोजक प्रेम गर्ग ने प्रशासक को लिखा पत्र
चंडीगढ़ आप संयोजक प्रेम गर्ग ने शहर में वाहनों की गति सीमा बढ़ाने की मांग की है। प्रेम गर्ग ने प्रशासक वीपी सिंह बदनौर उपायुक्त एमएस बराड़ और नगर आयुक्त केके यादव को एक पत्र भी लिखा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के संयोजक प्रेम गर्ग ने पंजाब के गवर्नर व यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर, उपायुक्त एमएस बराड़ और नगर आयुक्त केके यादव को एक पत्र लिखा है। भेजे गए एक पत्र में उन्होंने शहर में वाहनों की गति सीमा के संकेत बोर्ड सही तरीके से लगाए जाने की मांग की है। गर्ग ने तय गति सीमा से अधिक रफ्तार में गाड़ी चलाने के लिए लोगों के अंधाधुंध चालान काटने पर रोक लगाने की भी मांग की है।
गर्ग ने दलील दी है कि अधिकांश गति सीमा चिन्ह सड़क के किनारों पर लगे हैं और पेड़ों के पीछे छिपे हुए हैं। यह सीमा गति चिन्ह वाहन चालकों को दिखाई नहीं देते। यह किसी भी वाहन चालक के लिए संभव नहीं है कि वह गति सीमा का ध्यान रखने के लिए सड़क के किनारों को देखता रहे। उन्होंने कहा कि यह गति सीमा फिएट और ऐम्बेसेडर कारों के युग में कई दशक पहले तय की गई थी। अब नए युग के वाहनों के साथ, पुरानी गति सीमाओं का पालन करना बहुत तर्कसंगत नहीं है।
उन्होंने मांग की है कि गति सीमा को संशोधित किया जाना चाहिए। बल्कि पूरे शहर को 60 की समान गति सीमा के तहत रखा जाना चाहिए, क्योंकि एक वाहन की गति चालक की सतर्कता, सड़क पर यातायात के घनत्व और समय पर निर्भर करती है। ओवर स्पीडिंग, रैश ड्राइविंग, खतरनाक ड्राइविंग और शराब पीकर ड्राइविंग के बीच में अंतर है। गति सीमा के मामूली उल्लंघन के कारण एक या अधिक महीनों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करना बहुत कठोर है। प्रशासन को आय के स्रोत के रूप में अंधाधुंध चालान नहीं काटने चाहिए, बल्कि ये चालान सड़क सुरक्षा के लिए जनता को जागरूक करने के साधन के रूप में किए जाने चाहिए।