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आप ने कहा, मनप्रीत बताएं चीफ सेक्रेटरी की तीन बार माफी से कितना खजाना भरा

नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा और उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूके ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत सभी मंत्रियों पर शराब माफिया से मिले होने का आरोप लगाया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 01:05 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 01:05 PM (IST)
आप ने कहा,  मनप्रीत बताएं चीफ सेक्रेटरी की तीन बार माफी से कितना खजाना भरा
आप ने कहा, मनप्रीत बताएं चीफ सेक्रेटरी की तीन बार माफी से कितना खजाना भरा

जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व आम आदमी पार्टी के विधायक हरपाल सिंह चीमा और उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूके ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत सभी मंत्रियों पर शराब माफिया से मिले होने का आरोप लगाया है। वित्तमंत्री मनप्रीत बादल को घेरते हुए कहा, पिछले दो हफ्तों से आबकारी घाटे का विवाद मुख्य सचिव करण अवतार सिंह के कैबिनेट से तीन बार माफी मांगने के बाद कैसे हल हो गया है? सरकार बताए कि मुख्य सचिव की माफी से पंजाब का खजाना कितना भर गया।

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आप नेताओं ने आरोप लगाया कि खन्ना और घनौर की नकली शराब फैक्ट्रियों ने साफ कर दिया है कि सरकार तो आमजन या खजाने की नहीं बल्कि शराब माफिया की काली कमाई की ज्यादा चिंता है। बादल सरकार की तरह ही कांग्र्रेस सरकार को भी शराब माफिया कमांड कर रहा है। मंत्रियों का मुख्य सचिव से पंगा भी हिस्सेदारी को लेकर ही था। मुख्य सचिव की माफी से डील पक्की हो गई है, परंतु वित्त मंत्री समेत सभी मंत्रियों, कांग्रेस विधायकों और सलाहकारों को जनता के सामने तथ्यों और आंकड़ों के साथ जवाब देना पड़ेगा कि शराब की कमाई से सरकारी खजाने में कितना पैसा आया और कितना लक्ष्य पूरा हुआ। आबकारी घाटा 600 करोड़ का था या फिर 5600 करोड़ का? जिससे राज्य के लोगों को मुख्य सचिव की प्रति माफी की कीमत पता चल सके।

चीमा ने तामिलनाडु और दिल्ली की केजरीवाल सरकार की मिसाल देते कहा कि जब तक राज्य में सरकारी शराब निगम मॉडल लागू नहीं होता, तक तक आबकारी घाटा और शराब माफिया बढ़ता ही जाएगा। तमिलनाडु में शराब निगम करीब 30 हजार करोड़ रुपये कमाती है और हजारों लोगों को रोजगार देती है, यहां 6200 करोड़ का लक्ष्य भी पूरा नहीं होता। आप नेताओं ने कहा कि यदि हाईकोर्ट की निगरानी में न्यायिक आयोग पूरे आबकारी घाटे जांच करे तो बीस हजार करोड़ वार्षिक वाला शराब माफिया सामने आएगा।


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