135 किमी प्रति घंटे की स्पीड में पेड़ से टकराई गाड़ी, हिमाचल के दो युवकों की मौत
ओल्ड अमरटैक्स से आगे पीर बाबा की मजार के पास मंगलवार सुबह अनियंत्रित होकर एक आइ-20 कार 7 फुट ऊपर उछली और सामने एक विशालकाय पेड़ से जा टकराई।
जागरण संवाददाता, मोहाली : ओल्ड अमरटैक्स से आगे पीर बाबा की मजार के पास मंगलवार सुबह अनियंत्रित होकर एक आइ-20 कार 7 फुट ऊपर उछली और सामने एक विशालकाय पेड़ से जा टकराई। 135 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जा रही कार में सवार दो युवकों की मौत हो गई और एक की हालत नाजुक बनी हुई है। कार इंडस्ट्रियल एरिया फेज-8बी की ओर जा रही थी। मृतकों की पहचान योगेश (27) निवासी गांव नीचला कोटला जिला ऊना, रविकांत (25) निवासी हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) के तौर पर हुई है, जबकि घायल युवक की पहचान अंकुश (26) निवासी गांव रामपुर जाखड़ी, शिमला के रूप में हुई है। तीनों युवक फेज-2 में मकान नंबर-577 में किराये पर रह रहे थे। घायल अंकुश को पहले फेज-6 सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, परंतु वहां से उसके परिजन उसे सन्नी एन्क्लेव स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए।
योगेश की नौकरी का था पहला दिन
पौने 7 बजे पिता से हुई थी बात रविकांत फ्लिप कार्ड कंपनी में जॉब करता था, जिनका काम ऑनलाइन शॉ¨पग, कम्पलेंट्स व हेल्प डेस्क का था। रविकांत ने ही योगेश की फ्लिप कार्ड में अपने साथ नौकरी लगवाई थी। योगेश की नौकरी का मंगलवार को पहला दिन था। वह एयरटेल में बने फ्लिप कार्ड के ऑफिस में ऑनलाइन सर्वर मेंटेनेंस की नौकरी ज्वाइन करने के लिए जा रहा था, जबकि अंकुश कनेक्ट ब्रॉडबैंड में काम करता है, उसका ऑफिस भी साथ ही था। दूसरी तरफ योगेश के पिता ने बताया कि पौने सात बजे योगेश की उनके साथ फोन पर बात हुई थी, तब उसने बताया था कि वह नौकरी ज्वाइन करने जा रहा है, शाम को फोन पर बात करेगा।
वहीं, पुलिस से यह भी पता चला कि योगेश लेट हो चुका था, इसलिए उसने गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी थी। 135 पर था स्पीडोमीटर, कार के दरवाजे तक काटने पडे़ पुलिस को जब सूचना मिली, तब तक सभी को फेज-6 के अस्पताल पहुंचा दिया गया था। जहां अंकुश का प्राथमिक उपचार किया जा रहा था। पुलिस के अनुसार गाड़ी अंकुश की बताई जा रही है और जब वह मौका-ए-वारदात पर पहुंचे तो स्पीडोमीटर 135 पर रुका हुआ था। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि गाड़ी की तेज रफ्तार होने के चलते यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गाड़ी अंकुश चला रहा था, जबकि योगेश पिछली सीट पर था। जब टक्कर हुई, उसके बाद रविकांत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि योगेश कुछ समय तक कार की पिछली सीट पर तड़पता रहा। मृतकों व घायल को निकालने के लिए कार के दरवाजे काटने पड़े।