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1.48 करोड़ रुपये का टैक्स डिफाल्टर हेड मास्टर्स सैलून हुआ सील

सैलून को एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने मंगलवार को सील कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 07:54 PM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 07:54 PM (IST)
1.48 करोड़ रुपये का टैक्स डिफाल्टर हेड मास्टर्स सैलून हुआ सील
1.48 करोड़ रुपये का टैक्स डिफाल्टर हेड मास्टर्स सैलून हुआ सील

विशाल पाठक, चंडीगढ़ : 1.48 करोड़ रुपये के टैक्स डिफाल्टर सेक्टर-8सी स्थित हेड मास्टर्स सैलून को एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने मंगलवार को सील कर दिया। डीसी मनदीप सिंह बराड़ के आदेश पर एईटीसी आरके चौधरी और ईटीओ संजीव मदान की निगरानी में बनाई गई टीम ने मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे हेड मास्टर्स सैलून पर रेड की। सैलून में रेड कर एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने यहां के सभी रिकॉर्ड जब्त किए। करीब दो घंटे में शोरूम के अंदर से कड़ी मशक्कत के बाद वर्करों और कस्टमर्स को बाहर निकाला गया। जब टीम ने हेड मास्टर्स सैलून में रेड की। सैलून के मालिक वीर कौल ने इस विभागीय कार्रवाई के चलते जमकर हंगामा मचाया। बता दें कि हेड मास्टर्स सैलून को विभाग ने 1.48 करोड़ रुपये का टैक्स डिफाल्टर घोषित किया हुआ था। डिपार्टमेंट की ओर से कई बार नोटिस देकर टैक्स जमा कराने के लिए भी कहा जा चुका था। इसके बावजूद हेड मास्टर्स सैलून के मालिक वीर कौर की ओर से टैक्स जमा नहीं कराया जा रहा था। जिस पर एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने मंगलवार को हेड मास्टर्स सैलून पर रेड कर शोरूम को सील कर दिया। साथ ही मौके पर पहुंचे ईटीओ संजीव मदान ने सैलून के शोरूम को सील कर विभागीय नोटिस पर तीनों डायरेक्टर वीर कौल, करनबीर सिंह सिद्धू और लवेन वर्मा के हस्ताक्षर करवा रिसिविग ली। जुलाई 2017 से मार्च 2019 तक का नहीं जमा कराया था टैक्स

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एईटीसी आरके चौधरी ने बताया कि सेक्टर-8सी एससीओ 18-19 स्थित हेड मास्टर्स सैलून ने एक जुलाई 2017 से 31 मार्च 2018 तक यूटीजीएसटी 7.58 लाख रुपये और सीजीएसटी 7.58 लाख रुपये टैक्स के तौर पर जमा नहीं कराया था। इसके अलावा एक अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 तक हेड मास्टर्स सैलून ने 42.11 लाख रुपये यूटीजीएसटी और 42.11 लाख रुपये सीजीएसटी टैक्स के तौर पर जमा नहीं कराया है। एईटीसी चौधरी ने बताया कि हेड मास्टर्स सैलून के खिलाफ कुल 1.48 करोड़ बकाया टैक्स डिमांड पेंडिग है। जोकि सैलून की ओर से अब तक जमा नहीं कराया गया। डिपार्टमेंट ने टैक्स जमा कराने के लिए तीन बार हेड मास्टर्स सैलून को भेजा नोटिस

एईटीसी आरके चौधरी ने बताया कि हेड मास्टर्स सैलून को टैक्स डिफाल्टर घोषित किए जाने के बाद तीन बार नोटिस भेजा गया। तीनों बार नोटिस भेजकर बकाया टैक्स जमा कराने के लिए कहा गया। लेकिन सैलून ने अपना बकाया टैक्स जमा नहीं कराया। डिपार्टमेंट की ओर से 24 मई, 18 जून और 30 सितंबर 2019 को नोटिस भेजा गया था। नोटिस भेजकर बकाया टैक्स यानी 1.48 करोड़ रुपये पेंडिग टैक्स जमा कराने के लिए कहा गया। लेकिन जब सैलून ने अपना 1.48 करोड़ रुपये कुल पेंडिग टैक्स जमा नहीं कराया। मंगलवार को विभाग ने हेड मास्टर्स सैलून को सील कर दिया। तीन बार नोटिस भेजने के बाद डिपार्टमेंट ने बैंक अकाउंट किया था अटैच

कुल 1.48 करोड़ रुपये के डिफाल्टर हेड मास्टर्स सैलून के खिलाफ इससे पहले कार्रवाई करते हुए डिपार्टमेंट ने बैंक अकाउंट अटैच किया था। एईटीसी चौधरी ने बताया कि सेक्टर-17बी स्थित यूनियन बैंक आफ इंडिया के हेड मास्टर्स सैलून के बैंक अकाउंट को अटैच किया जा चुका है। करीब एक करोड़ रुपये रेंट भी है बकाया

सेक्टर-8 स्थित हेड मास्टर्स सैलून जिस एससीओ में खुला है। उस बिल्डिग के मालिक के साथ भी उनका विवाद चल रहा है। विवाद की वजह करीब एक करोड़ रुपये रेंट जमा न कराना है। एईटीसी चौधरी ने बताया कि टैक्स की रिकवरी पूरी होने के बाद सैलून पर पेनाल्टी प्रोसिडिंग शुरू होगी। 18 प्रतिशत के हिसाब से टाइम पर रिटर्न न भरने, टैक्स न जमा कराने को लेकर पेनल्टी भी देनी पड़ेगी।


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