50 पेड़ बचे, विवेक हाई स्कूल के पास ग्रीन बेल्ट को पार्किग में नहीं बदला जाएगा
टेंडर अलॉट किया है उसे मंगलवार को सदन की बैठक में खारिज कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नगर निगम ने सेक्टर-38बी के विवेक हाई स्कूल के पास ग्रीन बेल्ट को पार्किग में तबदील करने का जो टेंडर अलॉट किया है, उसे मंगलवार को सदन की बैठक में खारिज कर दिया गया। वार्ड पार्षद अरुण सूद इस काम के खिलाफ टेंबल एजेडा लेकर आए थे। जिसे सदन ने पास करवाया। इस पार्किग के बनने से 50 पेड़ काटे जाने थे। इसके अलावा ग्रीन बेल्ट में बने वार्किग ट्रैक, बेंच, झूलों, ग्लोब पाथ लाइट्स और फूलों की क्यारियों को तोड़ा जाना था। सूद ने कहा कि हैरानी की बात है कि हर ग्रीन बेल्ट के बाहर 50 फुट की पार्किग बनाई जाती है लेकिन यहां पर 200 स्क्वेयर फीट से ज्यादा की पार्किग बनाई जा रही है। यहां पर पार्किग बनने के खिलाफ रेजिडेंट्स भी हैं, ऐसे में जब लोग ही नहीं चाहते हैं तो फिर क्यों पार्किग बनाई जाए। 400 लोग लिखित में पार्किग बनाने के खिलाफ आपत्ति जता चुके हैं। मालूम हो कि दो माह पहले ठेकेदार यहां पर काम शुरू करने के लिए आया था उस समय रेजिडेंट्स ने विरोध किया जिसके बाद काम रोक दिया गया। लोगों का कहना है कि स्कूल में आने वाले वाहनों की फेवर के लिए ग्रीन बेल्ट उजाड़कर पार्किग बनाई जा रही है। लोगों ने लिखित शिकायत दी थी
यहां के रेजिडेंट्स ने पार्किग बनाने के प्रपोजल को हमेशा ही खारिज करने के लिए प्रशासक के साथ-साथ सलाहकार, नगर निगम कमिश्नर, मेयर, चीफ इंजीनियर और पार्षद को लिखित में पत्र लिखा था। मालूम हो कि इससे पहले साल 2016 में भी यहां पर लोगों ने संघर्ष छेड़ा था जिसके बाद यह प्रपोजल टाल दिया गया था। इस वार्ड के पार्षद पूर्व मेयर अरुण सूद हैं। सूद ने भी प्रशासन को ड्राइंग में बदलाव करके ग्रीन बेल्ट ही रहने देने की अपील की थी लेकिन प्रशासन ने यह बात नहीं मानी है। अधिकारियों के अनुसार जिस जगह पर ग्रीन बेल्ट बनी हुई है, उसके एक बड़े हिस्से में स्कूल की तरफ पार्किंग बनाने का प्रपोजल नक्शे में पहले से हैं। हाई कोर्ट के मामला पहुंचने के बाद अब नगर निगम यहां पर पार्किग बनाने का काम शुरू किया जा रहा है। वार्ड पार्षद एवं पूर्व मेयर अरुण सूद का कहना है कि जब ड्राइंग में यह एरिया का पार्किंग के लिए था तो पहले क्यों लाखों रुपये खर्च करके यहां पर ग्रीन बेल्ट बनाई गई। अब अगर पार्किग बनेगी तो पेवर ब्लॉक और रेलिग तक तोड़ी जाएगी। जिससे लाखों का नुकसान होगा।