चंडीगढ़ में स्टडी वीजा के नाम पर वसूले 50 हजार रुपये, अब करने होंगे ब्याज समेत वापस; जानें पूरा मामला
चंडीगढ़ में सेक्टर-8 स्थित बीएन ओवरसीज एजुकेशनल सर्विस ने सेक्टर-8 के ही रहने वाले धीरज मल्होत्रा ने स्टडी वीजा के नाम पर 50 हजार रुपये वसूले। जिसके बाद उन्हें वीजा देना तो दूर की बात उनकी कॉल भी नहीं उठाई।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ में पढ़ाई के नाम पर लोगों से राशि ठगने का एक और मामला सामने आया है। जहां सेक्टर-8 स्थित बीएन ओवरसीज एजुकेशनल सर्विस ने सेक्टर-8 के ही रहने वाले धीरज मल्होत्रा ने स्टडी वीजा के नाम पर 50 हजार रुपये वसूले। जिसके बाद उन्हें वीजा देना तो दूर की बात उनकी कॉल भी नहीं उठाई। धीरज ने 12 दिसंबर 2019 को डिस्ट्रिस्ट कंज्यूमर कमीशन में बीएन ओवरसीज की शिकायत दर्ज करवाई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए कमीशन ने बीएन ओवसीज को 50 हजार रुपये की राशि नौ फीसद प्रति वर्ष ब्याज के साथ वापस करने का आदेश दिया। उसके अलावा शिकायतकर्ता को मानसिक परेशान करने के लिए दस हजार रुपये और मुकदमे बाजी खर्चे के रूप में सात हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया।वहीं कंपनी को यह सभी राशि 30 दिनों में शिकायकर्ता को लौटानी होगी।
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यह है मामला
डिस्ट्रिक्ट कंज्यूमर कमीशन में दी अपनी शिकायत में धीरज ने बताया कि उन्होंने बीएन ओवरीज एजुकेशनल सर्विस से विदेश में पढ़ाई के लिए दिसंबर 2018 में स्टडी वीजा की बात की थी। जिस पर कंपनी ने उन्हें कहा कि दो लाख रुपये में वो किसी भी देश की प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी में उनका दाखिला करवा देंगे और यही नहीं उन्हें वहां पर काम करने का वर्क परमिट भी दिलवा देंगे। जिसके बाद धीरज ने उन्हें 50 हजार रुपये की राशि जमा करवाई। उसके अलावा एप्लीकेशन फार्म भरने के लिए कंनी ने 15,420 रुपये भी लिए।
कई महीने निकल जाने के बाद उन्होंने कंपनी से अपने स्टडी वीजा का स्टेटस पता करने के लिए संपर्क किया लेकिन कंपनी ने उनकी कॉल नहीं उठाई। इसके अलावा कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि प्रीती से जब मिलने का प्रयास किया तो उन्होंने कोई न कोई बहना बनाया। जिसके बाद उन्होंने तंग होकर डिस्ट्रिक्ट कंज्यूमर कमीशन में कंपनी के खिलाफ शिकायत दी। जिसकेे बाद कमीशन ने शिकायत पर सुनवाई करते हुए कंपनी को स्टडी वीजा के नाम पर वसूली गई पूरी राशि वापस करने का आदेश दिया।
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