चंडीगढ़ को मिले 4753 करोड़, मांग से 465 कम, कैपिटल हेड में 100 करोड़ की कटौती
पीयूष गोयल बजट में चंडीगढ़ की उम्मीदें पूरी नहीं कर पाए।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल बजट में चंडीगढ़ की उम्मीदें पूरी नहीं कर पाए। चंडीगढ़ को बजट में पिछले साल से महज 5.36 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 4753 करोड़ रुपये मिले हैं। रेवेन्यू हेड के तहत 4351 करोड़ और कैपिटल हेड में 401 करोड़ रुपये मिले हैं। वर्ष 2018-19 में मिले 4511 करोड़ रुपये से यह 242 करोड़ रुपये ज्यादा है। जबकि यूटी प्रशासन ने मिनिस्ट्री से 5218 करोड़ रुपये मांगे थे। ऐसे में 465 करोड़ रुपये पर फाइनेंस मिनिस्ट्री ने कट लगाकर चंडीगढ़ को बजट दिया है। कम से कम 10 प्रतिशत बजट बढ़ोतरी की उम्मीद हो रही थी। वर्ष 2017-18 में 9.51 प्रतिशत अधिक बजट मिला था। लेकिन इस बार तो पांच प्रतिशत की ही बढ़ोतरी मिली है। इस बार प्रशासन ने पहले ही बजट डिमांड काफी कम भेजी थी। बावजूद इसके मांग अनुसार बजट नहीं मिल पाया। पिछले साल प्रशासन ने 5908 करोड़ रुपये मांगे थे। जिससे 1497 करोड़ रुपये कम मिले थे। रेवेन्यू हेड में 345 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी
फाइनेंस मिनिस्ट्री ने कुल बजट मांग पर तो कैंची चलाई ही है, साथ में कैपिटल हेड में भी 104 करोड़ रुपये की कटौती कर दी। पिछले साल कैपिटल हेड में 505 करोड़ रुपये का बजट मिला था। जबकि इस बार कैपिटल हेड के तहत 401 करोड़ रुपये ही मिले हैं। वहीं, रेवेन्यू हेड में 345 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। रेवेन्यू हेड में इस बार 4351 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि पिछले साल 4006 करोड़ रुपये मिले थे। रेवेन्यू हेड का बजट ज्यादातर इंप्लाइज सेलरी और भत्तों पर खर्च होता है। जबकि कैपिटेल हेड का पूरा बजट डेवलपमेंट वर्क्स के लिए होता है। हालांकि रेवेन्यू हेड का भी कुछ बजट प्ला¨नग के लिए होता है। डिपार्टमेंट वाइज पिछले और इस साल का बजट (करोड़ में)
डिपार्टमेंट 2017-18 2018-19 2019-20
सेक्रेटेरिएट 18.19 23.25 20.74
पुलिस 498.04 497.96 499.39
शिक्षा 790.41 827.90 809.37
वन एवं वन्य जीव 26.35 28.87 28.33
ट्रांसपोर्ट 242.41 252.65 282.81
हाउ¨सग एंड अर्बन डेवलपमेंट 960.83 826.31 748.84
एनर्जी 836.81 943.28 958.54
स्वास्थ्य 397.97 478.92 513.90
गांव एवं कुटीर उद्योग 2.20 2.17 6.4
अन्य 486.44 574.42 760.61 अब रीवाइज्ड एस्टीमेट से आस
बजट एस्टीमेट (बीई) में कम बजट मिलने के बाद अब प्रशासन को रीवाइज्ड एस्टीमेट में अतिरिक्त बजट मिलने की आस है। पिछले साल रीवाइज्ड एस्टीमेट (आरई) में चंडीगढ़ को सिर्फ 25 करोड़ रुपये मिले थे। हालांकि मांगे 366 करोड़ थे। वहीं, 2017-18 में 380 करोड़ रुपये मिले थे। साल 2019-20 में मिला बजट
कुल बजट 4753.12
रेवेन्यू हेड 4351.49
कैपिटल हेड 401.63 साल 2018-19 में मिला बजट
कुल बजट 4511.91
रेवेन्यू हेड 4006.88
कैपिटल हेड 505.03 इतना मांगा था बजट (करोड़ में)
कुल मांग 5218.03
रेवेन्यू हेड 4642.53
कैपिटल हेड 575.50