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42 कोठियां, 141 विश्राम घर बने खंडहर

-पंजाब में नहरी विभाग के 212 विश्राम घर और 167 कोठिया -ज्यादातर रेस्ट हाउस और कोठियों

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Apr 2018 03:17 AM (IST)Updated: Mon, 02 Apr 2018 03:17 AM (IST)
42 कोठियां, 141 विश्राम घर बने खंडहर
42 कोठियां, 141 विश्राम घर बने खंडहर

-पंजाब में नहरी विभाग के 212 विश्राम घर और 167 कोठिया

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-ज्यादातर रेस्ट हाउस और कोठियों की हालत दयनीय

-लंबे समय से नहीं मिला मरम्मत के लिए फंड

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जय सिंह छिब्बर, चंडीगढ़: जिन विश्राम घरों में कभी राजनेताओं, अफसरों और वीआइपी हस्तियों की आवाजें गूंजती थीं, अब वहां कबूतर बोलते हैं। सरकार की मेहरबानी न होने व सरकारी अधिकारियों की उदासीनता के चलते सिंचाई विभाग खासकर के नहरी विभाग के अधीन पंजाब में 212 विश्राम घरों (रेस्ट हाउस) में से 141 विश्राम घर खंडहर बन चुके हैं।

इसी तरह 167 कोठियों में से 42 कोठियां भी खंडहर हो गई हैं, जबकि बाकी विश्राम घरों और कोठियों की हालत भी बहुती अच्छी नहीं है। लंबे समय से सरकार ने इन विश्राम घरों और कोठियों की मरम्मत के लिए अनुदान जारी नहीं किया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आप के विधायक कुलतार सिंह संधवां की तरफ से पूछे सवाल के जवाब में बताया था कि कुल 212 विश्राम घरों में से 141 और 167 कोठियों में से 42 खंडहर बन गई हैं। मुख्यमंत्री ने जरूरत अनुसार इन इमारतों की मरम्मत और फिर से बहाली करने पर हामी भरी है। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार 2011 से सरकार ने रख रखाव के लिए अनुदान जारी नहीं किया, जबकि हकीकत है कि सरकार ने 2011 से पहले भी फंड जारी नहीं किया।

देवीगढ़ मंडल पटियाला के अधीन 21 विश्राम घरों में से 20 खंडहर की हालत में हैं। इसी तरह अबोहर केनाल मंडल के अधीन 19 में से 18 खंडहर हो गए हैं। सिधवां नहर मंडल लुधियाना के सात विश्राम घरों में से छह, जबकि रोपड़ हेड व‌र्क्स मंडल के अधीन 9 में से 7 खंडहर बन चुके हैं। नहरी विश्राम घर रोपड़ और श्री चमकौर साहब स्थित विश्राम घर ही चालू हालत में हैं। बठिंडा नहर मंडल के अधीन कुल 23 में से 20 विश्राम घर खंडहर हो गए हैं। इस सर्कल अधीन नहरी विश्राम घर नंदगढ़ (बठिंडा) पर सरकार की नजर मेहर वाली रही है और पांच साल लगातार फंड जारी होते रहे हैं। फरीदकोट नहर मंडल के 17 में से 13 जबकि बिस्त दोआब मंडल जालंधर के 12 में से 9 खंडहर हो गए हैं।

अपर बारी दोआब नहर हलका अमृतसर के अधीन 42 में से 13 खंडहर हैं, जबकि तीन इस्तेमाल करने योग्य नहीं है। इसी तरह नहर मंडल आइबी पटियाला के अधीन सभी 14 विश्राम घर और संगरूर मंडल आइबी के कुल 23 में से 15 इस्तेमाल योग्य नहीं हैं। भाखड़ा मेन लाइन सर्किल पटियाला के अधीन कुल दस विश्राम घरों में से तीन खंडहर हो गए हैं। शाहपुरकंडी और रणजीत सागर रेस्ट हाउस पर सरकार मेहरबान

शाहपुर कंडी डैम प्रोजेक्ट के अधीन रवि सदन और रणजीत सागर डैम प्रोजेक्ट के अधीन वीआइपी रेस्ट हाउस पर सरकार की नजर मेहरबान रही है। इन दोनों विश्राम घरों को साल 2012-13 से 2016-17 तक लगातार अनुदान जारी होता रहा है। रवि सदन को करीब 4,35,355 रुपये और वीआइपी रेस्ट हाउस को पांच साल में 8,40,000 रुपये का अनुदान दिया गया है। विश्राम घरों पर राजस्थान सरकार की कृपा

राजस्थान फीडर मंडल फिरोजपुर और इस्टर्न केनाल मंडल फिरोजपुर के अधीन 11 विश्राम घरों की हालत ठीक है। फिरोजपुर, मुक्तसर साहिब, गिद्दड़बाहा, फाजिल्का हलके में पड़ते यह विश्राम घर राजस्थान सरकार की प्रॉपर्टी हैं। इनके रख रखाव का खर्च राजस्थान सरकार उठा रही है। पंजाब सरकार की तरफ से इन्हें कोई फंड नहीं दिया जाता।


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