Lockdown में बुड़ैल जेल से छोड़े गए 397 कैदी, 20 जुलाई तक बुलाया जाएगा वापस
चंडीगढ़ बुड़ैल जेल में कुल 1007 कैदी थे जिनमें से पिछले ढाई महीने में 397 कैदियों को रिलीज कर दिया गया।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पिछले ढाई महीने में बुड़ैल जेल से 397 कैदियों को रिलीज कर दिया गया। यह आंकड़ा जेल में रह रहे कुल कैदियों का 48.6 फीसद है। डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी (डीएलएसए) ने 576 कैदियों को पैरोल और जमानत के लिए एलिजिबिल पाया था। ऐसा इसलिए किया गया ताकि जेल में ज्यादा भीड़ होने के चलते कोरोना वायरस न फैल जाए।
वहीं, अब दो जुलाई से जो भी कैदी पैरोल पर गए थे, उन्हें 20 जुलाई तक जेल में वापस बुलाया जाएगा। ये रिपोर्ट डीएलएसएस ने स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी (एसएलएसए) के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन जस्टिस जसवंत सिंह को सोमवार को दी। इसमें यह दावा किया गया कि पूरे भारत की जेलों में बंद कैदियों की अपेक्षा चंडीगढ़ बुड़ैल जेल में बंद कैदियों को ज्यादा रिलीज किया गया। चंडीगढ़ बुड़ैल जेल में कुल 1007 कैदी थे, जिनमें से पिछले ढाई महीने में 397 कैदियों को रिलीज कर दिया गया। यह आंकड़ा जेल में रह रहे कुल कैदियों का 48.6 फीसद है।
576 कैदियों को पाया गया था एलिजिबिल
जिन कैदियों को पैरोल या जमानत दी जानी है, इसके लिए एक हाईपावर कमेटी का गठन भी किया गया था, जिसने अपनी रिपोर्ट में कुल 576 कैदियों को एलिजिबिल पाया। जिसमें से 484 को ही छोड़े जाने के आदेश जारी हुए। इनमें 87 कैदी ऐसे थे, जिनको श्योरिटी बांड नहीं मिलने या किसी अन्य राज्य, यूटी में केस चलने और कोई हार्ड कोर क्राइम की वजह से रिलीज नहीं किया गया। जिसके चलते 397 कैदियों को ही रिलीज किया गया था।