दूसरी बार आठ महीने बाद पैरोल पर गए 37 कैदियों की मॉडल जेल में वापसी
पैरोल पर बाहर भेजे गए कैदियों की अब बुड़ैल जेल में वापसी शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कोरोना महामारी के संक्रमण के चलते डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी और जेल प्रशासन की ओर से पैरोल पर बाहर भेजे गए कैदियों की अब बुड़ैल जेल में वापसी शुरू हो गई है। बीती 16 नवंबर को 40 कैदियों में से 39 कैदियों को कोविड रेपिड टेस्ट के बाद जेल वापस लाया गया था। वहीं रविवार को भी इसी कड़ी में 38 कैदियों को जेल में वापिस लाया जाना था। लेकिन इस बार 37 कैदियों की वापसी हो सकी। इससे पहले सभी कैदियों के कोरोना रेपिड टेस्ट करवाया गया। जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जेल में बने स्पेशल बैरक में भेजा गया। चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के रहने वाले ये सभी कैदी वे है जिन्हें उम्रकैद की सजा हो रखी है। जबकि जघन्य धाराओं में बंद कैदियों को पैरोल नहीं दिया गया था। इनमे एक-एक सप्ताह के अंतराल में 40-40 कैदियों के ग्रुप को वापिस जेल लाया जाएगा। अभी उन कैदियों की जेल में वापसी करवाई जा रही है, जिनको उम्रकैद की सजा हो चुकी थी और पैरोल पर थे। अब 29 नवंबर को आगे 40 कैदियों के एक ग्रुप की वापसी करवाई जाएगी। सबसे अंत में उन आरोपितों की वापसी करवाई जाएगी जिनके ऊपर अभी जिला अदालत में केस चल रहा है। स्पेशल बैरक में रखेंगे 10 दिन क्वारंटाइन
मॉडल जेल में पैरोल से वापस आने वाले कैदियों के लिए स्पेशल बैरक बनाया गया है। कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद सभी को अलग-अलग स्पेशल बैरक में 10 दिन तक क्वारंटाइन रखा जाएगा। जिसके बाद उन्हें स्पेशल बैरक से निकाल उनके बैरक में शिफ्ट किया जाएगा। इसी तरह जेल के अंदर सभी 250 कैदियों की वापसी होगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार दी थी पैरोल
देश में कोरोना महामारी संक्रमण बढ़ने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सभी जेलों में बंद कैदियों को पैरोल पर छोड़ने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद सेक्टर-51 मॉडल जेल प्रशासन ने आचरण और धाराओं के आधार पर 250 कैदियों को पैरोल पर छोड़ा था। अब कोरोना संक्रमण में कमी आने के बाद कैदियों का पैरोल खत्म कर वापसी करवाई जा रही है। कोविड-19 टेस्टिंग के बाद ही कैदियों को जेल बैरक में एंट्री मिलेगी। इसके अलावा मुख्य गेट पर रैपिड एंटीजन टेस्ट मशीन को इंस्टॉल किया गया है।