दिल्ली की महिला डॉक्टर से 30 लाख ठगे
जागरण संवाददाता, मोहाली : दिल्ली की एक फर्म को बिजनेस सेट करवाने के नाम पर प्राइवेट फाइनें
जागरण संवाददाता, मोहाली : दिल्ली की एक फर्म को बिजनेस सेट करवाने के नाम पर प्राइवेट फाइनेंसर से करोड़ों रुपये का लोन दिलाने के मामले में वेंडर द्वारा लाखों रुपये की ठगी मारने का मामला सामने आया है। ठगी की शिकार डॉ. अर्चना से सेक्टर-70 में फ्यूचर एडवाइजर ग्रुप के मालिक प्रभ गिल ने उनको बिजनेस अपग्रेड करवाने के नाम पर प्राइवेट फाइनेंसर से 8 करोड़ रुपये का लोन दिलाने का झासा दिया और उनसे 31 लाख 14 हजार 575 रुपये ठग लिए। प्रभ गिल ने सेक्टर-71 में भी एक अन्य क्रेडिट स्विस कारपोरेशन कंपनी खोली हुई थी, जिसके चार पार्टनर थे, जिन्होंने अर्चना के अलावा दिल्ली निवासी श्रीविद्या से 8 लाख व अविनाश रस्तोगी से 6 लाख 79 हजार रुपये की ठगी भी मारी हुई थी। ठगी के शिकार तीनों पीड़ितों ने एसएसपी मोहाली को शिकायत दी, जिसके बाद मटौर पुलिस ने प्रभ गिल, अतुल जिंदल, स्वर्णदीप व अनिल कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। दिल्ली एनसीआर में लैब चलातीं हैं अर्चना
डॉ. अर्चना ने बताया कि उनकी दिल्ली एनसीआर में माइक्रो मोल सोल्यूशन (लैब ग्रुप) नाम से एक फर्म है, जिसकी वह ऑनर हैं। बिजनेस को अपग्रेड करने के लिए फर्म की नई ब्राचें खोलनी थी, जिसके लिए 8 करोड़ की जरूरत थी। डॉ. अर्चना ने अपने एक एजेंट जानकार सुमित चानना से इस बाबत बात की, जिसने उन्हें 8 करोड़ का लोन दिलाने के लिए कहा। सुमित ने डॉ. अर्चना को सेक्टर-70 स्थित उक्त दफ्तर में अनमोल गर्ग से मिलाया, जो खुद को दफ्तर के मालिक प्रभ गिल का पार्टनर बता रहा था। पहले मांगे थे लगभग साढे़ 9 लाख रुपये
अनमोल गर्ग ने अर्चना को विश्वास में लेते हुए उसे मोहाली के एक प्राइवेट फाइनासर से 8 करोड़ का लोन दिलाने का भरोसा दिलाया और साथ ही कहा कि 8 करोड़ के लोन पर 1 प्रसेंट प्रोसेसिंग फीस लगेगी और जीएसटी मिलाकर उसे कुल 9 लाख 44 हजार रुपये पहले देने होंगे। डॉ. अर्चना ने वेंडर अनमोल गर्ग को कहा कि फिलहाल वह यह रकम नहीं दे सकती, तो अनमोल ने कहा कि आप पहले 5 लाख 44 हजार रुपये दे दो। अर्चना ने वह रकम दे दी। 25 लाख रुपये लेने के बाद पता नहीं कहां गए
अनमोल से संपर्क किया तो बताया कि क्रेडिट टीम ने कुछ क्वेरी लगा दी हैं, इसलिए कुछ सिक्योरिटी देनी होगी। या तो वह 3 सरकारी गवाह लाएं या फिर 9 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी बैंक के पास मोडगेज करवाएं और या फिर उन्हें पहले 3 किश्तें एडवास देनी होगी। तीन किश्तों की कुल कीमत 25 लाख बनी। 25 लाख उनके बताए खाते में डलवा दी। रकम लेने के बाद भी अर्चना का लोन नहीं हुआ और जब वे उनके दफ्तर गई तो वहा ताले लगे हुए थे। एसएसओ मटौर जतिंदर पाल सिंह जेपी ने कहा कि महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपितों की तलाश जारी है।